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डीमेट अकाउंट क्या है और Demat Account कैसे खुलवाएं हिंदी में

Demat Account In Hindi: अगर आप भी निवेशक बनना चाहते हैं और शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जरुरत पड़ती है Demat Account डीमैट खाते के प्रकार की. क्योंकि बिना Demat Account के आप शेयर की लेन – देन और शेयर को Hold नहीं कर सकते हैं.

क्या आप जानते हैं Demat Account क्या है, डीमैट अकाउंट कैसे खुलवाएं, डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है, डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है, डीमैट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्या हैं तो आप एक दम सही लेख पर आये हैं.

डीमैट खाते के प्रकार

उत्तर. समय-समय पर धन की निकासी और जमा करने के लिये बचत खाता उपयोगी होता है. इसकी पासबुक पहचान/पते के प्रमाण का काम करती है. यदि आप धन कुछ समय के लिये अलग रखना चाहते हैं सावधि जमा में अधिक ब्याज मिलेगा. यदि ब्याज की आवश्यकता प्रति माह है तो मासिक आय योजना का चयन कर सकते है अन्यथा डीआरआईसी एक बेहतर विकल्प है जहां ब्याज पर ब्याज मिलता है. जब आपके मन में कोई निर्धारित तिथि/राशि हो या नियमित बचत योजना के रूप में प्रतिमाह नियमित बचत के लिये आवर्ती जमा उपयुक्त है.
हमारे पास विशेष रूप से अनिवासी भारतीयों के लिये बनायी गयी योजनाओं सहित अन्य योजनाएं भी हैं.
पहचान/पते का दस्तावेज उपलब्ध न होने पर नो-फ्रिल खाता खोला जा सकता है जिसमें लेनदेन की कुछ सीमाएं तय हैं.

उत्तर. जी नहीं, आप अपने शेष राशि की जानकारी एटीएम कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल/एसएमएस बैंकिंग या कॉल सेंटर के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं. एटीएम लेनदेन रसीद पर आपकी शेष राशि भी मुद्रित होती है.

प्र. मुझे नई चैक-बुक प्राप्त करने के लिए कहां अनुरोध करना होगा ?

  • शाखा में चैक-बुक मांग पर्ची प्रस्तुत करके
  • इंटरनेट बैंकिंग में लॉगिन करके
  • एटीएम पर
  • मोबाइल बैकिंग के माध्यम से
  • स्क्रीन में सबसे ऊपर दिये गये 24x7 कॉल सेंटर के फोन नंबर पर संपर्क करके आईवीआर द्वारा अथवा एजेंट से अनुरोध करके.


उत्तर. कृपया स्क्रीन के ऊपर दिये गये हमारे 24x7 कॉल सेंटर पर कॉल करें . आपकी पहचान के बाद कुछ शर्तों के अंतर्गत आपका अनुरोध स्वीकार किया जायगा. ये शर्तें आपको बता दी जाएंगी. आप शाखा में लिखित अनुरोध भी दे सकते हैं.

How to open Demat Account, what are the benefits of opening it? डीमैट डीमैट खाते के प्रकार अकाउंट कैसे खोले, इसे खोलने के क्या लाभ हैं?

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How to open Demat Account, what are the benefits of opening it? डीमैट अकाउंट कैसे खोले, इसे खोलने के क्या लाभ हैं?

जिस प्रकार से बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट /एफडी में निवेश करने के लिए डीमैट खाते के प्रकार बैंक खाता होनाing account आवश्यक है। ठीक उसी प्रकार पूंजी को शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है। शेयर मार्किट में पूंजी निवेश करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए 1996 डिपॉजिटरी एक्ट बनायी गयी। इस एक्ट के अनुसार कंपनी के शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को डिजिटल रूप दे दिया गया है। डीमैट अकाउंट में शेयर के डाक्यूमेंट्स के अतिरिक्त म्युचुअल फंड, बांड, डिबेंचर एवं सरकारी सिक्योरिटीज भी रखा जा सकता है। इस खाते को खोलने के लिए भरतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) द्वारा दो डिपाजिटरी अधिकृत की गयी है – एनएसडीएल और सीडीएसएल। इन दोनों डिपाजिटरी के अंतर्गत डीपी (डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट) होते हैं। डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट कोई बैंक, ब्रोकर , वित्तीय संस्थान हो सकते डीमैट खाते के प्रकार हैं। एनएसडीएल और सीडीएसएल संस्था के अंतर्गत रजिस्टर्ड डीपी के माध्यम से डीमैट अकाउंट ऑनलाइन खोला जा सकता है। आइये जाने डीमैट खाता किस खोला जा सकता है और इसे खोलने के क्या लाभ हैं?

Demat Account opening Documents डीमैट खाता खोलने के दस्तावेज

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज़ फोटो
  • बैंक बचत खाता के पासबुक के पहले पेज की फोटोकॉपी

डीमैट अकाउंट एनएसडीएल और सीडीएसएल संस्था में से किसी एक से रजिस्टर्ड डीपी की मदद से खुलवाया जा सकता है जैसे – एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एक्सिस डायरेक्ट, फेयर और जेरोदा को किसी भी ब्रोकरेज में जाकर खोला जा सकता है।

  • अपनी सुविधानुसार डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अपना नाम,मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, निवास स्थान का एड्रेस आदि लिख कर फॉर्म भरने के माध्यम से वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा।
  • इसके बाद आपके द्वारा दर्ज किये गए मोबाइल नंबर पर ओटिपी का मेसेज प्राप्त होगा।
  • otp लिखने के बाद वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी।
  • इसके बाद डीपी संस्था का एग्जीक्यूटिव आपके एड्रेस पर मिलने का टाइम बुक करेगा।
  • फिर तय समय पर आकर डीमैट अकाउंट से सम्बंधित डाक्यूमेंट्स की हार्ड कॉपी लेने और अकाउंट खोलने का फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी करेगा। इस प्रकार आपका डीमैट अकाउंट खुल जाएगा।
  • एक रजिस्टर्ड डीपी संस्था में अधिकतम तीन डीमैट अकाउंट खोला जा सकता है। इसके अतिरिक्त बैंक अकाउंट की हीं तरह एक से अधिक डीपी के अंतर्गत डीमैट अकाउंट खोल जा सकता है।

Benefits of opening a Demat Account डीमैट अकाउंट खोलने के लाभ

  • डीमैट अकाउंट के माध्यम से ऑनलाइन शेयर किसी दुसरे व्यक्ति के डीमैट अकाउंट में ट्रान्सफर किया जा सकता है। इसके लिए स्टाम्प ड्यूटी नहीं लगती है।
  • इस अकाउंट की सुविधा होने से शेयर बेचने या खरीदने पर दो दिन के अन्दर खाते में हस्तांरित हो जाती है। पहले महीनों का वक्त लग जाता था।
  • डीमैट अकाउंट में शेयर के डाक्यूमेंट्स डिजिटल रूप में सुरक्षित रहने से खोने या चोरी होने का खतरा नहीं रहता है।
  • शेयर खरीदते , हस्तांतरित करते या बेचते समय किसी प्रकार के भौतिक डाक्यूमेंट्स को दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
  • पहले केवल एक शेयर को बेचा और खरीदा नहीं जा सकता था। किन्तु अब डीमैट अकाउंट के जरिये ऑनलाइन केवल एक शेयर भी बेचा और डीमैट खाते के प्रकार डीमैट खाते के प्रकार ख़रीदा जा सकता है।

योजना की आधिकारिक वेबसाइट की जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करिए।

डीमैट अकाउंट के फायदे

  1. डीमैट अकाउंट में सभी प्रतिभूतियाँ (Securities) इलेक्ट्रानिक रूप मे होती है अतः धोखाधड़ी, चोरी, रखरखाव में खर्च, क्षति आदि का खतरा नही होता है।
  2. लेन-देन प्रभावी रूप से कही से भी, कम समय में तथा सुरक्षित तरीके से होता है।
  3. वित्तीय प्रतिभूतियों में अलग-अलग निवेश (शेयर, म्यूचल फंड, IPO, बान्ड आदि के लिए एक प्लैटफार्म।
  4. डीमैट खाते में आटोमैटिक अपडेट मिलती रहती है, तथा महीने के अन्त में खाते में लेन-देन के इलेक्ट्राॅनिक रिकार्ड मेल के जरिये प्राप्त होते रहते है।
  5. सभी प्रकार के ट्रेड तथा लेन-देन पारदर्शी तरीके से कुछ सेंकेड में हो जाते है तथा बाजार पर नजर बनाये रखने में ये सहायक होते है।
  6. न्यूनतम कागजी कार्यवाही, भौतिक रिकार्डों की आवश्यकता न होने से निवेशको को किसी डीमैट खाते के प्रकार भी स्टाम्प ड्यूटी का भुगतान नही करना पड़ता है।

Online Account Opening Process

  • डिपाॅजिटरी फर्म का चयन करें।
  • कंपनी की आफिशियल वेबसाइट पर जाएं तथा बेसिक जानकारी भरें। आप चाहें तो हेल्पलाॅइन नम्बर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • आपके मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा जिसे दर्ज करें।
  • अब आपको आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
  • सभी प्रकार के शुल्क एक साथ जमा करने की सुविधा उपलब्ध होती है, डीमैट खाते के प्रकार जिन्हे जमा करना आवश्यक है।
  • इसके बाद, आपका डीमैट अकाउंट संचालित होने के लिए तैयार है।

आप एक से अधिक डीमैट अकाउंट खोल सकते है परन्तु किसी एक कंपनी में एक व्यक्ति द्वारा अधिकतम 3 डीमैट अकाउंट ही खोले जा सकते है। इसके साथ ही, आप अपना डीमैट अकाउंट किसी और को ट्रांसफर नही कर सकते हैं, जबकि आप इसमें सुरक्षित रखे शेयर और प्रतिभूतियों को किसी अन्य डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

Conclusion

डीमैट, डीमटेरियलाइज्ड का संक्षिप्त रूप है। यह एक खाता है जिसमें वित्तीय प्रतिभूतियां इलेक्ट्रानिकली स्टोर की जाती है। बाजार निवेशकों तथा ट्रेडर्स के लिए यह खाता पहला और आवश्यक कदम है। स्टाॅक मार्केट कई लोगो के लिए आय का स्त्रोत है और यह लोगो को बेहतर रिटर्न्स के साथ कम समय में समृद्धि प्रदान कर सकता है।

आशा करता हूँ demat account kya hota hai in hindi में यह लेख आपको पंसद आया होगा तथा आपको डीमैट अकाउंट के बारे में काफी कुछ जानने डीमैट खाते के प्रकार को मिला होगा। demat account kya hai यह आपने तो जान लिया, अब इस जानकारीपूर्ण लेख को अपने दोस्तों तथा घर परिवार के सदस्यो के साथ Share करें।

डीमैट अकाउंट क्या होता है? | Demat Account Kya Hota Hai

डीमैट अकाउंट क्या होता है? - प्रकार और फायदे

डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जिसमें आप इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयर प्रमाणपत्र और अन्य प्रतिभूतियां रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब है डीमैटरियलाइजेशन अकाउंट, यह शेयर, बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूतियां, म्यूचुअल फंड, बीमा और ईटीएफ जैसे निवेश को रखने की प्रक्रिया को सरल करता है। इस अकाउंट के जरिए शेयर और उससे जुड़े दस्तावेजों को मेंटेन करने की झंझट दूर हो जाती है।

डीमैट अकाउंट के प्रकार | Types of Demat Account

ऊपर हम ने जाना की डीमैट अकाउंट क्या होता है। तो आइए डीमैट अकाउंट के प्रकारों को देखें। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं –

  • रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो देश में रहते हैं।
  • रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: इस तरह का डीमैट अकाउंट प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए होता है, जो विदेशों में फंड ट्रांसफर करने में सक्षम बनाता है। हालांकि, इस तरह के डीमैट अकाउंट को एनआरई बैंक अकाउंट से लिंक करने की जरूरत पड़ती है।
  • नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: यह भी एनआरआई के लिए ही होता है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट के साथ, विदेशों में फंड ट्रांसफर करना संभव नहीं है। साथ ही इसे एनआरओ बैंक अकाउंट से भी लिंक कराना होगा।

डीमैट अकाउंट के फायदे | Benefits of Demat Accounts

  1. डीमैट अकाउंट में चोरी, क्षति या धोखाधड़ी का कोई जोखिम नहीं होता है।
  2. आप कसी भी समय कहीं से भी शेयर्स खरीद व बेच सकते है।
  3. निवेशक को किसी भी स्टांप शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता है।
  4. लेन-देन करने के लिए न्यूनतम या कोई थकाऊ कागजी कार्रवाई नहीं।
  5. समय की बचत डीमैट खाते के प्रकार होती है।
  6. डीमैट अकाउंट में आप आसानी से अपने इन्वेस्टमेंट को ट्रैक कर सकते हैं।

तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने डीमैट अकाउंट क्या होता है (Demat Account Kya Hota Hai) और साथ ही डीमैट अकाउंट के प्रकार और फायदे के बारे में भी विस्तार जाना हैं। मैं आशा करता हूँ की आप सभी को हमारा यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा।

अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं और इससे कुछ भी नया सिखने को मिला हो तो इसे अपने सभी दोस्तों के डीमैट खाते के प्रकार साथ भी जरुर से शेयर करें। आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!

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