बाउट कथित सैन्य खुफिया पृष्ठभूमि वाला एक पूर्व सोवियत वायु सेना अधिकारी है। बाउट ने पुराने लेकिन अत्यधिक मजबूत एंटोनोव, इल्युशिन और याकोवलेव कार्गो विमानों के एक निजी बेड़े को खरीदा था जो सोवियत संघ के पतन के बाद कबाड़ में जाने वाले थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, उसका नया स्टार्ट-अप रूसी सैन्य खुफिया सेवा जीआरयू की मदद से शुरू हुआ, जिससे उसने पहले तीन विमान खरीदे।

अतीत की वो छोटी घटना जिससे पैदा हुआ था Cotton Swab को बनाने का ख़्याल. जानिए इसका दिलचस्प इतिहास

History of Cotton Swab : इतिहास गवाह है कि बहुत-सी ज़रूरत की चीज़ों के आविष्कार के वक़्त ये नहीं सोचा गया था कि ये आगे चलकर बड़े-बड़े कामों में अहम भूमिका निभाएंगी. Cotton Swab के साथ भी कुछ ऐसा ही है, जो आज कोविड संक्रमण की जांच में सबसे अहम भूमिका निभा रहा है. वैसे क्या आप जानते हैं ये हमारे बीच कब से अस्तित्व में है? अगर नहीं, तो आइये इस लेख में आपको बताते हैं कि कब और कैसे Cotton Swab का आविष्कार हुआ था. साथ में और भी कई संबंधित बातें इस लेख में आपको बताई जाएंगी.

ज़िंदगी का एक हिस्सा बन चुका है

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TATA Coin क्या है? आपको इस क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए?

TATA Coin क्या है? आपको इस क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए?

इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 718,300 डॉलर है, जो एक अनजान कॉइन के लिए बड़ी बात है.

खास बातें

  • TATA Coin पूरी तरह से डीसेंट्रलाइज्‍ड है
  • यह कभी भी 90 लाख सिक्कों से ज्‍यादा सप्‍लाई नहीं होगा
  • यही प्रोटोकॉल इसे गोल्‍ड जैसी कीमती धातु से भी अलग बनाता है

क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में इन दिनों टाटा कॉइन (TATA Coin) की चर्चा है. बिनेंस स्मार्ट चेन (BSC) पर लिस्‍टेड इस क्रिप्‍टोकरेंसी की वैल्‍यू ने हाल ही में 1200 फीसदी से अधिक की छलांग लगाई. 5 मार्च को यह 0.008 डॉलर पर थी और 6 मार्च को बढ़कर 0.24 डॉलर हो गई. TATA Coin वर्तमान में 0.09 डॉलर पर कारोबार कर रही है. इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 718,300 डॉलर है, जो एक अनजान कॉइन के लिए बड़ी बात है. बहुत से लोग TATA Coin में इन्‍वेस्‍ट करने के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन उससे पहले आपको इसके बारे में सबकुछ जान लेना चाहिए.

90 लाख सिक्‍कों तक सीमित है सप्‍लाई

TATA Coin का मकसद ट्रांजैक्‍शन फीस को कम करना और इंटरनेशनल पेमेंट्स को फास्‍ट व सस्ता बनाना है. क्‍योंकि इसकी सप्‍लाई लिमिटेड है, इसलिए TATA Coin को मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. TATA Coin को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह कभी भी 90 लाख सिक्कों से ज्‍यादा नहीं होगा. इस डिजाइन फीचर को ना तो कम्‍युनिटी बदल सकती है ना ही कोई ऑर्गनाइजेशन. यही प्रोटोकॉल इसे गोल्‍ड जैसी कीमती धातु से भी अलग बनाता है. गोल्‍ड के ज्‍यादा खनन से उसकी वैल्‍यू में कमी आ सकती है, लेकिन TATA Coin की सप्‍लाई ल‍िमिटेड है.

फ्यूचर में एक डीसेंट्रलाइज्‍ड स्वैप और एक्सचेंज बनाने की योजना भी है. एक सवाल यह भी है कि कम्‍युनिटी कैसे इस कॉइन को कंट्रोल करती है. आमतौर पर वो यूजर्स करेंसी को दिशा देते हैं, जिनके पास सबसे ज्‍यादा कॉइन होते हैं. इसी वजह से डेवलपर्स ही अपने पास सबसे ज्‍यादा कॉइन रखते हैं. लेकिन टाटा कॉइन के मामले में डेवलपर्स के पास कोई कॉइन नहीं है. इस डिजिटल करेंसी पर उनका कोई कंट्रोल नहीं है. टाटा कॉइन में 100 फीसदी पब्लिक लिक्विडिटी है.

SWP: म्‍यूचुअल फंड्स से हर महीने होगी फिक्‍स इनकम, मिलेगा शानदार रिटर्न; क्‍या है तरीका

Systematic Withdrawal Plan: SWP के जरिए निवेशक एक तय रकम म्यूचुअल फंड स्कीम से वापस पाते हैं. आपको पैसा स्वैप का लंबा रूप क्या है कितने समय में कितना पैसा निकालना है, यह ऑप्‍शन निवेशक खुद ही चुनते हैं.

Systematic Withdrawal Plan: म्यूचुअल फंड आज के समय में पॉपुलर निवेश का ऑप्‍शन है. म्‍यूचुअल फंड (Mutual fund) में एकमुश्‍त और SIP के जरिए निवेश का तरीका चुन सकते हैं. सीधे इक्विटी में निवेश की बजाय म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स में निवेश पर जोखिम कर रहता है. म्‍यूचुअल फंड्स में जिस तरह SIP के जरिए किस्‍तों में रेग्‍युलर निवेश कर सकते हैं, उसी तरह किस्‍तों में पैसे निकालने का भी ऑप्‍शन मिलता है. इसे SWP यानी सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान कहते हैं. SWP के जरिए निवेशक एक तय रकम म्यूचुअल फंड स्कीम से स्वैप का लंबा रूप क्या है वापस पाते हैं. आपको पैसा कितने समय में कितना पैसा निकालना है, यह ऑप्‍शन निवेशक खुद ही चुनते हैं. यह विद्ड्रॉल डेली, वीकली, मंथली, तिमाही, 6 स्वैप का लंबा रूप क्या है महीने पर या सालाना आधार पर किया जा सकता है.

SWP: जान लें टैक्‍स का कैलकुलेशन

वैल्‍थ मैनेजमेंट कंपनी फिनटू के सीईओ मनीष पी. हिंगर का कहना है कि निवेशक चाहें तो केवल एक निश्चित रकम निकालें या फिर चाहें तो वे निवेश पर कैपिटल गेंस को निकाल सकते हैं. लेकिन, SWP के जरिए विद्ड्रॉल पर टैक्‍स लगता है. जैसे अगर कोई लंबे समय से निवेश कर रहा है और वह जब विद्ड्रॉल करता है, तो लॉन्‍ग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स (LTCG) देना होगा. SWP से निवेशकों को मार्केट की अस्थिरता से एक हद तक प्रोटेक्‍शन मिलता है.

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SWP: रिटायरमेंट के बाद की इनकम का अच्‍छा तरीका

मनीष हिंगर कहते हैं, SWP हाई मार्केट में प्रॉफिट बुक करने की एक अच्‍छी स्‍ट्रैटजी है. प्रॉफिट तब तक प्रॉफिट नहीं है, जबतक कि वह समझ में न आए. कभी भी छोटे-मोटे प्रॉफिट से खुश नहीं होना चाहिए. रेग्‍युलर इंटरवल पर प्रॉफिट बुक करना चाहिए. हिंगर का कहना है
SWP रिटायरमेंट के बाद की इनकम के लिए एक बेहतर टूल के रूप में इस्‍तेमाल किया जा सकता है. इसे इस तरह समझिये. जब आपको रिटायरमेंट के समय एकमुश्‍त फंड मिलता है तो उन्‍हे बैलेंस्‍ड, डेट या इक्विटी फंड में अपनी रिस्‍क क्षमता के मुताबिक निवेश करें. उसके बाद हर महीने निश्चित इनकम के लिए SWP का ऑप्‍शन चुने. इक्विटी के लिए 7-8 फीसदी सालाना का SWP एक आइडियन विद्ड्रॉल अमाउंट है.

मनीष हिंगर का कहना है कि अमूमन यह रिटायर्ड लोगों के लिए बेहतर है, स्वैप का लंबा रूप क्या है जिन्‍हें एक निश्चित इनकम की जरूरत रहती है. इसलिए एकमुश्‍त या एडहॉक निकासी की बजाय बेहतर तरीका यही है कि म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स से SWP के जरिए निकासी करें. आप हर महीने म्‍यूचुअल फंड से एक विद्ड्रॉल के लिए अपने फंड हाउस को कह सकते हैं और वह अमाउंट आपके बैंक अकाउंट में जमा हो जाएगी. यह न केवल रिटायरमेंट के लिए बल्कि रेगुलर इंटरवल पर बच्‍चों की पढ़ाई के लिए होने वाले खर्चों के लिए भी इस ऑप्‍शन को चुन सकते हैं.

अपनी बास्केटबॉल खिलाड़ी चाहिए तो हमारा 'मौत का सौदागर' वापस दे दो, रूस की डिमांड सुन भड़का अमेरिका

अपनी बास्केटबॉल खिलाड़ी चाहिए तो हमारा 'मौत का सौदागर' वापस दे दो, रूस की डिमांड सुन भड़का अमेरिका

यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच अमेरिका और रूस एक समझौते पर बात कर रहे हैं। यह समझौता कैदियों की अदला-बदली को लेकर हो रहा है। दरअसल अमेरिका की एक फेमस बास्केटबॉल खिलाड़ी ब्रिटनी ग्राइनर इस समय रूस की जेल में बंद हैं। अमेरिका ब्रिटनी ग्राइनर को रूस की जेल से छुड़ाने के लिए रूस के कुछ कैदियों को छोड़ने की योजना बना रहा है। ग्राइनर को ड्रग के आरोप में दोषी ठहराया गया है और रूसी जेल में कैद हैं।

ICICI बैंक के ग्राहक सावधान! न करें ये गलती, एक झटके में खाली हो सकता है अकाउंट

  • शुभम् शुक्ला
  • Publish Date - April 9, 2021 / 08:39 PM IST

ICICI बैंक के ग्राहक सावधान! न करें ये गलती, एक झटके में खाली हो सकता है अकाउंट

ICICI Bank Alert: आईसीआईसीआई बैंक ने अपने करोड़ों ग्राहकों को सिम स्वैप फ्रॉड (Sim Swap Fraud) को लेकर अलर्ट किया है. अगर अलर्ट पर ध्यान नहीं दिया तो बैंक अकाउंट डिटेल्स हैकर्स के हाथ लग सकती हैं. ICICI बैंक ने कहा है कि कभी भी अपने कॉन्टैक्ट डिटेल्स को सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा न करें. सिम स्वैप के जरिए चंद मिनटों में खाता खाली किया जा सकता है. पिछले कुछ समय से हैकर्स अकाउंट को हैक नहीं कर रहे हैं. बल्कि लोगों का अकाउंट हैक करने के वह एक नई तकनीक का सहारा ले रहे हैं. बैंक के मुताबिक, SIM स्वैप फ्रॉड से लोगों के अकाउंट खाली किए जा रहे हैं. ICICI बैंक ने अपने ग्राहकों को इससे बचने के टिप्स भी जारी किए हैं.

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