Trading on Diwali : करें मुहूर्त ट्रेडिंग, पूरे साल होगी धनवर्षा
आज धनतेरस है. सिटी के मार्केट गुलजार हैं. वहीं, ऑनलाइन मॉर्केट में रौनक दिखाई दे रही है. वैसे दिवाली के दिन शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है. इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है. इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है.
गोरखपुर (ब्यूरो).दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी, जो शाम के 7.15 तक चलेगी। गोलघर, बैंक रोड स्थित शेयर ब्रोकर्स ने लगातार दो दिनों से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई है।
माना जाता है शुभ
तकनीकी गड़बड़ी से NSE में थोड़ी देर प्रभावित रही ट्रेडिंग, फ्यूचर एंड ऑप्शन व कैश सेंगमेंट पर रहा असर
आईआईएफएल के एमडी आशीष अग्रवाल ने बताया, मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। दीपोत्सव में कुछ भी नया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं। आज के दिन नया टे्रडिंग या इंवेस्टिंग शुरू करने वाले को ज्यादा शुभ माना जाता है।
शुभ मुहूर्त टाइमिंग
शेयरखान के अशोक प्रजापति ने बताया, घरेलू स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 24 अक्टूबर 2022 को शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे के बीच एक घंटे का विशेष मुहूर्त कारोबार करेंगे। ब्लॉक डील कारोबार शाम 5.45 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा। प्री-ओपन सेशन शाम 6 बजे से शाम 6:08 बजे के बीच होगा। बता दें कि इस साल के दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में दिवाली से शुरू होने वाले हिंदू कैलेंडर वर्ष के अनुसार संवत 2079 की शुरुआत भी होगी।
दो दिन है त्रयोदशी तिथि
पंडित शरद चंद मिश्र के अनुसार इस साल धनतेरस की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन है, क्योंकि इस बार कार्तिक के कृष्ण पक्ष में त्रयोदशी तिथि दो दिन है। इस बार यह तिथि 22 अक्टूबर को शाम 06:02 बजे से अगले दिन यानी 23 अक्टूबर की शाम 06:03 बजे तक रहेगी। शास्त्रों के जानकारों की माने तो धनतेरस 22 अक्टूबर को मनाया जाना शुभ है, क्योंकि धनतेरस की पूजा हमेशा प्रदोषकाल में की जाती है और 23 अक्टूबर को प्रदोष काल शुरू होने से पहले ही त्रयोदशी तिथि समाप्त हो रही है।
अच्छे कंपनी के शेयर लें, वह भी लांग टर्म के लिए
शेयर एक्सपर्ट की मानें तो एक घंटे के विशेष मुहूर्त में अच्छे शेयर पहले से चयन करके रख सकते हैं। जैसे बैंक सेक्टर, गोल्ड और ब्लूचीफ कंपनियों का शेयर लें, इसमें ज्यादा फायदा मिलता है। आगे अच्छा खासा पैसा गेन कर सकते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग करते हैं तो यह शुभ है। जो भी शेयर बाय करें तो उसे लांग टर्म के लिए इंवेस्ट करें।
आशीष अग्रवाल, एमडी, आईआईएफएल
दिवाली के दिन एक घंटे के लिए शेयर मॉर्केट खुलेगा। जो शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे के बीच एक घंटे का विशेष मुहूर्त रहेगा।
Diwali Muhurat Trading 2022 date, timing: इस 1 घंटे में खरीदा कोई भी शेयर, तो पूरे साल होगी धमाकेदार कमाई!
Diwali Muhurat Trading 2022 date, timing: पूरे देश में दिवाली (Diwali) की धूम शुरू हो गई है। रोशनी के त्योहार को अब कुछ ही दिन बाकी हैं। ना सिर्फ मां लक्ष्मी और भगवान राम-सीता के भक्त, बल्कि शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करने वालों को भी दिवाली के शुभ अवसर का इंतजार रहता है। दरअसल देश में हर साल दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) का आयोजन होता है। वैसे तो दिवाली के दिन शेयर बाजार बंद होता है, लेकिन शाम को एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग होती है। यानी आप एक घंटे के लिए शेयर खरीद और बेच सकते हैं।
क घंटे का विशेष कारोबारी सत्रहिंदू संवत वर्ष 2079 (Samvat 2079) की शुरुआत के पहले दिन दीपावली पर सोमवार को प्रमुख शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में एक घंटे का विशेष कारोबारी सत्र मुहूर्त ट्रेडिंग होगा।
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क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का टाइम? (Diwali Muhurat Trading 2022 time)दोनों शेयर बाजारों ने अलग-अलग परिपत्रों में बताया कि यह कारोबारी सत्र शाम को 6:15 बजे से लेकर 7:15 बजे के बीच होगा। ऐसी मान्यता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सौदे करना शुभ होता है और घर में वित्तीय समृद्धि लाता है। उल्लेखनीय है कि 26 अक्टूबर को दिवाली बालीप्रतिपदा (Diwali Balipratipada) के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे।
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दरअसल दीपावली के दिन किसी भी नई चीज की शुरुआत करना अच्छा माना जाता है। निवेशक ऐसा मानते हैं कि इस सत्र के ट्रेडिंग सत्र क्या है दौरान शेयर की खरीदारी करने पर सालभर लाभ मिलता है। यह परंपरा करीब 50 साल पुरानी है। दिवाली हिंदुओं के लिए वर्ष के सबसे शुभ समय में से एक है। लोग इस दिन को धन बनाने और संरक्षित करने का सबसे उपयुक्त समय माना जाता है। इस दिन सोने के गहने खरीदना व चांदी खरीदना भी एक परंपरा है।
दिवाली पर शेयर बाजार में ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ क्या है?
शेयर बाजार दिवाली की शाम को ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ के लिए खुलता है. ये जानना दिलचस्प है कि मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?
देश में दिवाली के दिन आम तौर पर बैंक और ज्यादातर कारोबारी संस्थान बंद रहते हैं. लेकिन शेयर बाजार दिवाली की शाम को ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ के लिए खुलता है. ऐसे में ये जानना दिलचस्प है कि मुहूर्त ट्रेडिंग आखिर है क्या?
इस ट्रेडिंग के साथ मुहूर्त शब्द जुड़ा हुआ है. जाहिर है कि ये दीपावली के शुभ अवसर पर होने वाली ट्रेडिंग से जुड़ा है. इसे हम आगे थोड़ा और विस्तार से समझते हैं.
दीपावली का कारोबार से क्या संबंध?
दिवाली पर धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि जिस पर लक्ष्मी की कृपा होती है, उसे कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती है.
वैसे तो फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक अप्रैल की पहली तारीख से होती है. लेकिन देश के कुछ भागों में परंपरागत तौर पर दीपावली से ही नए कारोबारी साल की शुरुआत होती है. इस मौके पर नए कारोबारी खाते की शुरुआत करने का चलन है. जाहिर है, इस मौके पर कारोबार करना शुभ माना जाता है.
शेयर बाजार 'मुहूर्त' से कैसे जुड़ा?
देश में जो लोग संवत की शुरुआत दिवाली से मानते हैं और नए कारोबारी साल की शुरुआत दिवाली से करते हैं, उनमें गुजराती और मारवाड़ियों की तादाद ज्यादा है. व्यापार-कारोबार में गुजराती और मारवाड़ी हमेशा से ही आगे रहे हैं. यहां तक कि स्टॉक ब्रोकिंग सेक्टर में भी हमेशा से इन दोनों समुदायों की अच्छी-खासी मौजूदगी रही है.
ऐसे माना जाता है कि इस शुभ मुहूर्त पर कारोबार करने से बरकत होती है. 'शगुन' के तौर पर खरीद की परंपरा आज भी चलन में है.
'मुहूर्त' पर शेयर बाजार में क्या होता है?ट्रेडिंग सत्र क्या है
आम तौर पर दिवाली की शाम शेयर बाजार 1 से डेढ़ घंटे के लिए खास तौर पर खोला जाता है, जिसमें 1 घंटे तक खरीद-बिक्री होती है. ब्रोकरों के लिए ये वक्त लक्ष्मी पूजा के साथ-साथ ट्रेडिंग करने का होता है. आम तौर पर इस मौके पर खरीद ज्यादा शुभ माना जाता है, लेकिन बाजार का मूड हमेशा एक जैसा नहीं रहता.
कब से हुई मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत?
देश के शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बहुत पुराना है. BSE में साल 1957 से और NSE में 1992 से ही मुहूर्त ट्रेडिंग का सिलसिला चल रहा है. अगर रिकॉर्ड उठाकर देखें, तो मार्केट इस दिन ज्यादातर हरे निशान में बंद होता देखा गया है.
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Muhurat Trading Kya Hai? दिवाली के दिन कुछ देर की लिए खुलता है शेयर बाजार? जानिए क्यों
Muhurat Trading in Hindi: क्या आप जानते है कि शेयर बाजार हर साल दीवाली ट्रेडिंग सत्र क्या है के दिन कुछ घंटों के लिए खुलता है, इस सेशन को Muhurat Trading के नाम से जाना जाता है। आइए और विस्तार से समझते है कि Muhurat Trading Kya Hai? (What is Muhurat Trading in Hindi) और इसके क्या फायदें है।
Muhurat Trading in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार दीपावली जो कि रोशनी का त्योहार है, एक शुभ अवसर है। यह बुराई पर विजय, अज्ञान पर ज्ञान और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतिनिधित्व करता है। हर दूसरे धार्मिक त्योहार की तरह, दीवाल असंख्य मान्यताओं, रीति-रिवाजों और परंपराओं से घिरा हुआ है। मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) ऐसी ही एक परंपरा है।
हर साल, शेयर बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए समय निर्धारित करता है। 'मुहूर्त' शब्द एक भाग्यशाली समय को दर्शाता है। Muhurat Trading भारतीय व्यापारियों के बीच एक लगातार अभ्यास है। दिवाली के दिन यह ट्रेडिंग सत्र क्या है एक घंटे का समय होता है जिसे स्टॉक निवेश के लिए भाग्यशाली माना जाता है। शेयर बाजार हर साल Muhurat Trading का समय तय करता है। आइए और विस्तार से समझते है कि Muhurat Trading Kya Hai? (What is Muhurat Trading in Hindi) और इसके क्या फायदें है।
Muhurat Trading Kya Hai? | What is Muhurat Trading in Hindi
Muhurat Trading in Hindi: मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजारों की महत्वपूर्ण व्यापारिक घटनाओं में से एक है, मुख्य रूप से दिवाली के संदर्भ में पूरे भारत में बहुत धूमधाम ट्रेडिंग सत्र क्या है से मनाई जाती है। व्यापारी इस सुविधा का उपयोग अपने मुनाफे को बुक करने के लिए करते हैं और दिवाली सप्ताह के दौरान समय का मिलान करके नुकसान से बचते हैं। व्यापार का समय हिंदू कैलेंडर के आधार पर तय किया जाता है जिसमें सूर्योदय, दोपहर और सूर्यास्त के लिए अलग-अलग समय होता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र क्या है? | What is a Muhurat Trading Session in Hindi
Muhurat Trading से तात्पर्य उस ट्रेडिंग से है जो एक कैलेंडर द्वारा तय किए गए कुछ शुभ समय के दौरान होती है। व्यापार का यह रूप भारतीय शेयर बाजारों में कई वर्षों से प्रचलित है और हाल ही में शेयरों के व्यापार के वैकल्पिक तरीके के रूप में प्रमुखता प्राप्त की है।
इन 'व्यापारिक घंटों' का मुख्य उद्देश्य उन निवेशकों को अनुमति देना है जो पूरे वर्ष व्यापार में सक्रिय रूप से भाग लेने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। इन ट्रेडिंग सेशन का अन्य उद्देश्य खुदरा निवेशकों को हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT) प्लेटफार्मों के माध्यम से पूरे वर्ष तक पहुंच के बिना संस्थागत दलालों तक पहुंच की अनुमति देना है।
मुहूर्त ट्रेडिंग में शामिल होने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
अपना ट्रेडिंग एकाउंट रजिस्टर्ड कराएं - अगर आपके पास अभी तक दिवाली ट्रेडिंग सत्र क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) के लिए NSE/BSE खाता नहीं है, तो सुनिश्चित करें कि आपने इसे पहले से अच्छी तरह से रजिस्टर कर लिया है ताकि ट्रेडिंग शुरू होने पर बाजार डेटा उपलब्ध हो और आपके प्रदर्शन को बाधित न करें।
अपने एकाउंट की दोबारा जांच करें - सुनिश्चित करें कि ट्रेडिंग शुरू होने पर सभी KYC दस्तावेज जैसे पहचान प्रमाण और पता प्रमाण अच्छी तरह से दृष्टि में हैं। अधूरी या गलत जानकारी बाद में पता चलने पर एक्सचेंजों से भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
वॉल्यूम लेवल की जांच करें - वॉल्यूम लेवल विशिष्ट एसेट के प्रति निवेशकों की रुचि के स्तर को दर्शाता है जो मुहूर्त ट्रेडिंग समय के दौरान कीमतों को सीधे प्रभावित करता है।
आपको ट्रेडिंग कब शुरू करनी चाहिए?
Muhurat Trading in Hindi: हालांकि अलग-अलग ब्रोकर आपको ट्रेडिंग के लिए खुलने के समय के बारे में अलग-अलग संकेत दे सकते हैं, आमतौर पर ब्रोकर ओपनिंग बेल से लगभग 20 मिनट पहले ट्रेडिंग करने का सुझाव देते हैं। हालांकि, अगर स्टॉक खुलने के 17 मिनट से अधिक समय तक बंद रहता है, तो तुरंत बाहर निकलें क्योंकि अचानक कीमतों में उतार-चढ़ाव अक्सर ऐसे समय में होता है, जब बाजार खुलने के बाद ब्रोकरेज द्वारा स्वचालित ट्रेडों को निष्पादित किया जाता है।
क्या मुझे ओपनिंग बेल पर शेयर खरीदना चाहिए?
यह काफी हद तक आपके लक्ष्यों पर निर्भर करता ट्रेडिंग सत्र क्या है है। यदि आप ऊपर की ओर बढ़ने से लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं, तो शुरुआती घंटी पर खरीदारी करना आदर्श होगा क्योंकि स्टॉक अपने पिछले बंद मूल्य से अधिक खुलने की संभावना है। दूसरी ओर अगर आपका प्राथमिक लक्ष्य नुकसान से बचना ट्रेडिंग सत्र क्या है है तो यह बेहतर होगा कि जब तक कीमतें शुरुआती घंटी के ठीक बाद भारी अस्थिरता के बाद स्थिर न हो जाएं, तब तक खरीदारी न करें।
आपको Diwali Muhurat Trading एनएसई सत्र में ट्रेडिंग करने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि यह अधिकतम लाभ कमाने का एक अच्छा अवसर है। चाहे आप स्टॉक या कमोडिटी, या किसी अन्य प्रकार के व्यवसाय में व्यापार कर रहे हों, हमेशा उतार-चढ़ाव होता है। कभी-कभी, अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण आपकी सबसे अच्छी योजनाएँ शुरू में ही विफल हो सकती हैं। इसलिए जब आप कोई नया प्रयास करने की योजना बनाते हैं तो उन सभी के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है जो प्रासंगिक हैं। इस तरह, आप ऐसे उपाय कर सकते हैं जो आपके पैसे, समय और ऊर्जा को बर्बाद नहीं होने देंगे, भले ही चीजें योजना के अनुसार न हों।
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