एक्सपर्ट के अनुसार आप इससे थोड़ा अधिक रिस्क लेते हुए कॉरपोरेट बॉन्ड, एसेट लीजिंग, इन्वेंट्री फाइनेंस, कमर्शियल रियल एस्टेट और स्टार्ट-अप इक्विटी में भी निवेश शुरू कर सकते हैं।
बचत तथा निवेश में क्या अंतर है और इनमें से कौन अधिक महत्वपूर्ण?
हम समझते हैं कि बचत और निवेश एक ही बात है। जरूरी नहीं कि हकीकत में एेसा हो।। दोनों तरीके आपके वित्तीय लक्ष्य हासिल करने में निर्णायक हैं। दोनों में आपको अपना पैसा अलग निकालकर रखना होता है पर उद्देश्य भिन्न होते हैं। बचत उसे कहते हैं जिसमें आप थोड़ा-थोड़ा पैसा जोड़कर बड़ा फंड बनाते हैं ताकि अल्पकालिक जरूरतें पूरी की जा सकें। जैसे हम बचपन में कॉमिक बुक खरीदने के लिए पिगी बैंक में पैसा रखते थे। यह एकदम सही उदाहरण है। यदि आपके ध्यान में आया हो तो हमने कभी उस पर कमाई जाने वाली ब्याज दर अथवा उस पैसे पर मिलने वाले रिटर्न पर गौर नहीं किया। इसमें एक ही उद्देश्य यही होता है कि जब पैसे की जरूरत पड़े तो वह आसानी से उपलब्ध रहे। कैश, सेविंग उकाउंट अथवा करंट अकाउंट में रखा पैसा बचत कहलाता है। दूसरी तरफ निवेश में किसी वित्तीय फायदे अथवा किसी निश्चित अवधि में पैसा बढ़ने की उम्मीद से किसी निवेश माध्यम में पैसा लगाने की वचनबद्धता होती है। इसमें एक निश्चित अवधि में तय राशि जमा करनी होती है। इस तरह म्युचुअल फंड, शेयर और सोने में पैसा लगाना, जहां रिटर्न निश्चित नहीं होता, निवेश कहलाता है। रिटर्न कंपनी के प्रदर्शन, मार्केट की स्थिति और आम आर्थिक मनोभाव पर निर्भर होता है। हम यदि निवेश करते हैं तो इन सारी बातों पर विचार करते हैं और इसके साथ अपने लक्ष्य को भी ध्यान में रखते हैं कि हमें वांछित राशि कितनी अवधि में प्राप्त हो जाएगी।
बचत योजना और निवेश योजना में क्या होता है अंतर, जानें- क्यों बचत से ज्यादा महत्वपूर्ण है निवेश?
Published: April 13, 2022 9:48 AM IST
Saving and Investment Yojana:‘बचत’ और ‘निवेश’ शब्द अक्सर एक दूसरे के स्थान पर उपयोग किए जाते हैं, लेकिन यह हमेशा सटीक नहीं होता है. बचत और निवेश दो अलग-अलग प्रकार के वित्तीय उपकरण हैं जिनका उपयोग विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है.
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बचत का मतलब भविष्य में उपयोग किए जाने के लिए कुछ धन को अलग रखना होता है. पैसा आमतौर पर बचत खाते में रखा जाता है और इसे आसानी से एक्सेस किया जा सकता है, खासकर निवेश या Investment क्यों किया जाता है आपातकालीन स्थितियों में.
निवेश का मतलब आपके पैसे को बढ़ने में मदद करने के लिए बॉन्ड, स्टॉक, रियल एस्टेट या म्यूचुअल फंड जैसी संपत्ति खरीदने से है.
जहां एक बचत योजना आपको समय के साथ एक कोष बनाने में सक्षम बनाती है, वहीं एक निवेश योजना आपको एक ऐसा अवसर प्रदान करती है जहां आप अपने धन को बढ़ने में मदद कर सकते हैं.
निवेश योजना का विकल्प क्यों चुनना चाहिए?
हम में से प्रत्येक के कुछ लक्ष्य होते हैं जिन्हें हम प्राप्त करना चाहते हैं. इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक अच्छी निवेश योजना बहुत महत्वपूर्ण है. आज के माहौल में सिर्फ कमाई और बचत ही काफी नहीं है. घर या आर्थिक रूप से सुरक्षित सेवानिवृत्ति का खर्च उठाने में सक्षम होने के लिए, यह महत्वपूर्ण होता है कि आप निवेश के ऐसे रास्ते खोजें जो आपको समय के साथ अपना पैसा बढ़ाने की अनुमति दें. निवेश शुरू निवेश या Investment क्यों किया जाता है करने से पहले एक लक्ष्य को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है, इससे आप प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने में सक्षम होंगे.
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किसी को किसी म्यूचुअल फंड में कितने समय तक निवेश किए रखने की जरूरत होती है?
आइये एक निवेशक पर विचार करें जिसने एक रीयल इस्टेट ट्रान्जेक्शन में 50 लाख रु.कमाए हैं। पैसे का क्या करना है इस पर अंतिम निर्णय लेने से पहले वह निवेश के लिए एक सुरक्षित स्थान खोज रहा है। इस मामले में आदर्श योजना एक लिक्विड फंड होगी, जिसे पूंजी की सुरक्षा के लिए सामान्यतया उच्च लाभप्रदता के साथ तरलता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अपनी जरूरत के हिसाब से वह कभी भी रिडीम कर सकता है।
इसलिए निवेशित रहने के समय पर निर्णय निवेश उद्देश्य पर निर्भर करता है। निवेशकों को अपने सलाहकारों के साथ निवेश स्थिति और प्रगति की आवधिक समीक्षा करने की जरूरत होती है। ऐसी समीक्षाओं के दौरान ही रिडीम करने, स्विच करने, निवेशित रहने या छोड़ देने के निर्णय लिए जाते हैं।
Investment Options: 5 लाख रुपये के साथ कहां करें निवेश, क्या होगा बेहतर विकल्प?
निवेश के लिए आप यहां कुछ बेहतर विकल्प के बारे में जान सकते हैं। (फोटो- Freepik)
आधुनिक समय में लोग निवेश की ओर अधिक गौर कर रहे हैं। सरकारी योजनाओं से लेकर बैंक एफडी और अधिक रिस्क के लिए शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड जैसी जगहों पर पैसा लगा रहे हैं। सरकारी योजनाओं और बैंक एफडी में रिस्क कम होता है और इसमें पैसा लगाने सेफ माना जाता है। साथ ही अच्छा रिटर्न भी दिया जा रहा है। वहीं मार्केट और म्यूचुअल फंड में निवेश करना रिस्की माना जाता है, लेकिन आपको कम समय में अधिक रिटर्न मिल सकता है।
अगर आप भी निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं और आपके पास 5 लाख की राशि है, जिसे आप अच्छे फंड में बदलना चाहते हैं तो यहां एक्सपर्ट निवेश या Investment क्यों किया जाता है की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, सरकारी योजनाओं से लेकर SIP, शेयर बाजार आदि में निवेश कर सकते हैं।
SIP में निवेश के बेनेफिट्स
कम राशि से शुरू होगा निवेश
आप SIP के जरिए म्यूचुअल फंड्स में केवल 500 रुपये प्रति महीने में निवेश शुरू कर सकते हैं. यह निवेश करने का एक बेहद किफायती तरीका है, जिसमें आपकी जेब को कोई नुकसान नहीं पहुंचता निवेश या Investment क्यों किया जाता है है. अपनी इनकम बढ़ने के साथ, आप SIP स्टेप अप फीचर के जरिए अपनी मासिक निवेश की राशि को बढ़ा सकते हैं. म्यूचुअल फंड्स हाउस निवेशकों को अपनी एसआईपी को टॉप-अप करने की भी इजाजत देते हैं. तो, अगर आप 500 रुपये सा 1,000 रुपये प्रति महीने के साथ निवेश शुरू करते हैं, तो आप कई सालों में ज्यादा निवेश कर सकते हैं. इस तरीके से आप अपने निवेश के लक्ष्य पर जल्द पहुंच जाएंगे.
निवेश करने का आसान तरीका
SIP निवेश करने का एक आसान तरीका है. ज्यादातर निवेशकों की तरह, आपके पास ज्यादा मार्केट रिसर्च और एनालिसिस के लिए समय नहीं होता है. तो, केवल आपको इसमें एक अच्छा फंड चुनना है. आप बैंक को स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन्स दे सकते हैं और SIP आपके मासिक निवेश का ध्यान रखेगा.
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