Заметка! Прежде чем инвестировать, проверьте, какого брокера выбрать!

Вас интересуют разные формы и виды инвестирования денег? Вы заинтересованы в торговле или инвестировании в производные инструменты, например, в CFD, опционы, золото, валюты, нефть? Если это так, помните, что во время инвестирования или торговли, например, CFD , бинарных опционов , криптовалют или форекс , важная вещь – это хороший выбор брокера, с которым вы будете устанавливать счет для торговли. Ниже вы найдете важную информацию о том, как правильно выбрать брокера и информацию о том, на что обратить внимание. Мы считаем, что нам удалось выбрать некоторых из самых популярных брокеров в 2020 году (вы найдете рейтинг ниже этой статьи).

Прежде чем начать свое приключение с инвестирования или обучения на инвестиционной платформе, стоит узнать несколько фактов.

Вот список важной информации

  • Вы можете начать изучение и тестирование конкретной платформы на своем демо-счете с виртуальной суммой для инвестирования.
  • Выбор правильного брокера – очень важный вопрос, потому что мы переводим деньги на данную платформу. Мы хотим быть уверены, что это безопасно и что мы сможем получить его, когда получим прибыль от инвестиций и осуществим перевод на наш собственный счет.
  • Сложный интерес, стоит знать, насколько он силен и как, вкладывая 1 доллар, вы можете приумножить свой капитал за определенный период времени.
  • Риск, каждый инвестор должен знать, что каждая инвестиция рискованна, поэтому не вкладывайте деньги, которые вы не можете позволить себе потерять.
  • Урегулирование прибылей и убытков, как и любой доход или убыток, должно осуществляться в данной налоговой стране.

Инвестирование и торговля в 2020р.

Если вы заинтересованы в инвестировании в различные типы активов, валют, форекс или криптовалют, например, в биткойны, эфириум или в покупку контрактов CFD на золото, серебро, платину или иностранные компании, такие как Amazon, Microsoft, Google или другие крупные компании, у нас есть некоторая важная информация для вас.

А именно, выбор правильного брокера является очень важным шагом при инвестировании. Это человек, которому мы переводим наши деньги, которыми будем управлять. Вот почему доверие к брокеру очень важно, потому что, если мы хотим снять определенную сумму, мы хотим быть уверены, что получим ее. Некоторые люди говорят, что многие брокеры или страницы, к сожалению, не очень надежны. Поэтому мы решили проверить, какие брокеры популярны в 2020 году, и подготовить специальный рейтинг для брокеров, который будет представлен ниже этой статьи.

Прежде чем начать инвестировать, вы можете создать демо-счет, который позволит вам протестировать выбранного брокера, познакомиться с платформой и научиться торговать на ней. Вы можете сделать свои первые инвестиции и торговать на актив, который вы выбрали. Вы проверите возможности платформы и узнаете, как покупать и продавать активы, вы можете отслеживать курсы доллара, евро, нефти, золота, серебра или криптовалюты, такие как биткойны или эфириум.

Инвестируя с брокером без соответствующих лицензий, вы можете, например: потерять весь свой капитал. Также следует помнить, что каждая инвестиция всегда сопряжена с риском потери капитала. Вот почему стоит выбирать сертифицированных брокеров и тех, кто имеет соответствующие разрешения для ведения этого вида бизнеса.

Доверие брокера !!

Достоверность брокеров может быть проверена путем анализа их лицензий, разрешений, сертификатов и того, подлежат ли они соответствующему финансовому надзору в стране, в которой вы проживаете.

Демо-счет!

Вы можете попробовать так называемый демо-счет, чтобы узнать, проверить платформу и свои навыки. Вам не нужно проверять свои данные, чтобы начать свое приключение с инвестирования (например, в Plus500 вам нужен только адрес электронной почты).

Преимущества демо-счета

  • Вы получаете виртуальную валюту и сумму для изучения
  • Вы можете выбирать и тестировать различные варианты покупки и продажи определенного актива, например, золота, серебра, криптовалюты, нефти и т. Д.
  • Вы сами решаете, сколько вы покупаете и сколько продаете, что покупаете и что продаете.
  • Вы сами решаете, когда перейти на реальный счет и начать вкладывать свои реальные деньги.
  • Вы можете отписаться от платформы в любое время.

Вы можете создать демо-счет , например, у брокера Plus500 № 1 в нашем списке самых популярных брокеров в 2020 году (все, что вам нужно, это адрес электронной почты для регистрации)

Ниже представлены 4 самых популярных брокера в 2020 году. Вы можете создать демо-счет и протестировать платформу или, например, проверить, как торговать, например, золотом, валютами, нефтью, акциями или криптовалютами.

श्रीलंका में न तेल है और न खाना-पानी, 10 घंटे की बिजली कटौती से लोगों का फूटा गुस्सा

श्रीलंका के पास इस समय विदेशी मुद्रा भंडार नहीं है. ऐसे में वह न तो ईंधन खरीद पा रहा है, न ही खाद्य पदार्थ और न ही दवाएं.

श्रीलंका के पास इस समय विदेशी मुद्रा भंडार नहीं है. ऐसे में वह न तो ईंधन खरीद पा रहा है, न ही खाद्य पदार्थ और न ही दवाएं.

SriLanka Crisis: श्रीलंका के पास इस समय विदेशी मुद्रा भंडार नहीं है. ऐसे में वह न तो ईंधन खरीद पा रहा है, न ही खाद्य पद . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : March 31, 2022, 14:19 IST

कोलंबो. भारत का दक्षिणी पड़ोसी देश श्रीलंका (SriLanka Crisis) अपनी आजादी के बाद से अब अधिकांश तरल विदेशी मुद्रा बाजार घंटे तक का सबसे गंभीर आर्थिक संकट झेल रहा है. यहां महंगाई दर 17% के पार पहुंच चुकी है. बुधवार से 10 घंटे का पावर कट शुरू हो गया है. लोगों के पास अंधेरे में रहने के अलावा कोई चारा नहीं है. इसलिए मोमबत्ती भी बाजार में मिल रही. जरूरी सामान 4 गुना महंगे हो गए हैं. ऐसे में लोगों का गुस्सा सड़कों पर फूट रहा है.

महंगाई दर 17.5% तक पहुंची
श्रीलंका के पास इस समय विदेशी मुद्रा भंडार नहीं है. ऐसे में वह न तो ईंधन खरीद पा रहा है, न ही खाद्य पदार्थ और न ही दवाएं. विदेशी मुद्रा भंडार को बचाने के लिए श्रीलंका ने मार्च 2020 में चीजों के आयात पर रोक लगा दी थी. अब हालात ये है कि महंगाई दर 17.5% तक पहुंच गई है. थर्मल पावर प्लांट्स के पास ईंधन नहीं है जिसकी वजह से रोजाना पांच-पांच घंटे तक बिजली काटी जा रही है.

श्रीलंका के ऊपर 51 अरब डॉलर का कर्ज
श्रीलंका के ऊपर 51 अरब डॉलर का कर्ज है और क्रेडिट एजेंसियों का अनुमान है कि ये देश इस कर्ज को चुकाने में असमर्थ हो सकता है. श्रीलंका ने चीन से भी मोटा कर्ज लिया है और अब ये देश चाहता है कि इस कर्ज की रीस्ट्रक्चरिंग की जाए.

पैरासिटामोल की 10 गोली देने पड़े 450 रुपये
पैरासिटामोल की 10 से 12 पत्ती की गोली के लिए 420 से 450 रुपये देने पड़ रहे हैं और कई दवाइयां तो मिल ही नहीं रहीं. अस्पतालों में जरूरी उपकरण नहीं होने की वजह से सर्जरी और ऑपरेशन रोके गए हैं.

चीन अधिकांश तरल विदेशी मुद्रा बाजार घंटे की चाल
श्रीलंका के कुल विदेशी कर्ज का करीब 10 प्रतिशत चीन ने रियायती ऋण के नाम पर दे रखा है. इसके अतिरिक्त कॉमर्शियल लोन चीन की सरकारी बैंकों ने दिए हैं. वित्तीय संकट पैदा हुआ तो श्रीलंका को देश के दक्षिणी हिस्से में बने हंबनटोटा पोर्ट का नियंत्रण 99 साल के लिए चीन को सौंपना पड़ा. गौर करने वाली बात है कि यह पोर्ट भी चीन के पैसों से ही अधिकांश तरल विदेशी मुद्रा बाजार घंटे बना था और इसे अनावश्यक खर्च की तरह देखा गया था, खासतौर से ऐसे समय में जब देश की अर्थव्यवस्था संकट में दिखाई दे रही थी.

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भारी उतार-चढ़ाव के बाद बंद हुआ शेयर बाजार, RIL करीब 8 फीसदी टूटा

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 22 स्टॉक्स लाल और केवल 8 हरे निशान पर थे। सेंसेक्स 229 अंक नीचे 52789 के स्तर पर था तो निफ्टी 15774 के स्तर पर खुलने के बाद 75 अधिकांश तरल विदेशी मुद्रा बाजार घंटे अंकों की गिरावट के साथ 15704 पर था।

भारी उतार-चढ़ाव के बाद बंद हुआ शेयर बाजार, RIL करीब 8 फीसदी टूटा

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयर में भारी गिरावट के बीच शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने उतार-चढ़ाव का दौर देखा। जुलाई के पहले दिन और चालू सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 111.01 अंक यानी 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,907.93 पर बंद हुआ।

दिन के कारोबार में यह 924.69 अंक तक नीचे चला गया था। हालांकि, बाद में रिकवरी आई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 28.20 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,752.05 पर बंद हुआ।

रिलायंस बुरी तरह पस्त: सेंसेक्स में सबसे अधिक 7.25 फीसदी की गिरावट रिलायंस में हुई। दरअसल, सरकार ने शुक्रवार को पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन (एटीएफ) पर निर्यात कर लगाया। साथ ही स्थानीय स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर होने वाले अप्रत्याशित लाभ पर भी कर लगाया है।

दूसरे शेयर के हाल: इसके अलावा पावरग्रिड, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, मारुति, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज और आईसीआईसीआई बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर आईटीसी, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, टीसीएस और एचडीएफसी बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।

उबर रहा रुपया: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले में रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से उबरते हुए शुक्रवार को 12 पैसे की मजबूती के साथ 78.94 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ। अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर अधिकांश तरल विदेशी मुद्रा बाजार घंटे के खिलाफ 78.99 के भाव पर खुला था। कारोबार के दौरान एक समय यह 79.12 के निचले स्तर तक गिर गया था। लेकिन अंतिम कारोबारी घंटे में समर्थन मिलने से यह 78.94 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ।

गुरुवार का हाल: उतार-चढ़ाव भरे में कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी में मामूली गिरावट

वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को मामूली गिरावट रही। शुरुआती कारोबार में मजबूती के बाद अंतिम घंटे में बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स आठ अंक टूटकर बंद हुआ। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 8.03 अंक यानी 0.02 फीसद फिसलकर के 53,018.94 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 350.57 अंक तक चढ़ गया था। वहीं दूसरी तरफ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 18.85 अंक यानी 0.12 फीसद की गिरावट के साथ 15,780.25 अंक पर बंद हुआ।

भारी उतार-चढ़ाव के बाद बंद हुआ शेयर बाजार, RIL करीब 8 फीसदी टूटा

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 22 स्टॉक्स लाल और केवल 8 हरे निशान पर थे। सेंसेक्स 229 अंक नीचे 52789 के स्तर पर था तो निफ्टी 15774 के स्तर पर खुलने के बाद 75 अंकों की गिरावट के साथ 15704 पर था।

भारी उतार-चढ़ाव के बाद बंद हुआ शेयर बाजार, RIL करीब 8 फीसदी टूटा

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयर में भारी गिरावट के बीच शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने उतार-चढ़ाव का दौर देखा। जुलाई के पहले दिन और चालू सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 111.01 अंक यानी 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,907.93 पर बंद हुआ।

दिन के कारोबार में यह 924.69 अंक तक नीचे चला गया था। हालांकि, बाद में रिकवरी आई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 28.20 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,752.05 पर बंद हुआ।

रिलायंस बुरी तरह पस्त: सेंसेक्स में सबसे अधिक 7.25 फीसदी की गिरावट रिलायंस में हुई। दरअसल, सरकार ने शुक्रवार को पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन (एटीएफ) पर निर्यात कर लगाया। साथ ही स्थानीय स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर होने वाले अप्रत्याशित लाभ पर भी कर लगाया है।

दूसरे शेयर के हाल: इसके अलावा पावरग्रिड, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, अधिकांश तरल विदेशी मुद्रा बाजार घंटे मारुति, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज और आईसीआईसीआई बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर आईटीसी, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, टीसीएस और एचडीएफसी बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।

उबर रहा रुपया: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले में रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से उबरते हुए शुक्रवार को 12 पैसे की मजबूती के साथ 78.94 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ। अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के खिलाफ 78.99 के भाव पर खुला था। कारोबार के दौरान एक समय यह 79.12 के निचले स्तर तक गिर गया था। लेकिन अंतिम कारोबारी घंटे में समर्थन मिलने से यह 78.94 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ।

गुरुवार का हाल: उतार-चढ़ाव भरे में कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी में मामूली गिरावट

वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को मामूली गिरावट रही। शुरुआती कारोबार में मजबूती के बाद अंतिम घंटे में बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स आठ अंक टूटकर बंद हुआ। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 8.03 अंक यानी 0.02 फीसद फिसलकर के 53,018.94 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 350.57 अंक तक चढ़ गया था। वहीं दूसरी तरफ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 18.85 अंक यानी 0.12 फीसद की गिरावट के साथ 15,780.25 अंक पर बंद हुआ।

584 अरब डॉलर के पार पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार, जानें कितना है Gold Reserve

विदेशी मुद्रा भंडार (प्रतीकात्मक तस्वीर)

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 23 अप्रैल 2021 को समाप्त सप्ताह में एफसीए (FCA) में बढ़त की वजह से विदेशी मुद्रा भंड . अधिक पढ़ें

  • भाषा
  • Last Updated : May 07, 2021, 21:46 IST

नई दिल्ली. देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves/Forex Reserves) गत 23 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 1.701 अरब डॉलर बढ़कर 584.107 अरब डॉलर पर पहुंच गया. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (Reserve Bank of India) के शुक्रवार को जारी आंकड़े ये बताते हैं.

इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.193 अरब डॉलर बढ़कर 582.406 अरब पर पहुंच गया था. देश का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 29 जनवरी 2021 को 590.185 अरब डॉलर की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया था.

एफसीए के बढ़ने की वजह विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़त
इसमें कहा गया है कि 23 अप्रैल 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में होने वाली वृद्धि मुख्य तौर पर विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां यानी एफसीए (Foreign Currency Assets) बढ़ने से हुई है. यह विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा है. रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां सप्ताह के दौरान 1.062 अरब डॉलर बढ़कर 541.647 अरब डॉलर पर पहुंच गईं.

विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां डालर में व्यक्त की जाती हैं. इसमें डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन में होने वाली घटबढ़ भी शामिल है. यह सकल विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा है.

देश के अधिकांश तरल विदेशी मुद्रा बाजार घंटे स्वर्ण भंडार में भी आई तेजी
सोने का आरक्षित भंडार इस दौरान 61.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 35.969 अरब डॉलर पर पहुंच गया. आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. इसी प्रकार आईएमएफ (IMF) में विशेष निकासी अधिकार (SDR) 70 लाख डॉलर बढ़कर 1.505 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वहीं, आईएमएफ के पास देश के आरक्षित भंडार की स्थिति 1.8 करोड़ डालर बढ़कर 4.987 अरब डॉलर पर पहुंच गई.

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