ऑप्शंस ट्रेडिंग कमोडिटी व्यापार विकल्प से सोने के व्यापार को संगठित करने में मदद मिलेगी: जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रमुख जिंस एक्सजेंस एमसीएक्स में सोने की ऑप्शंस ट्रेडिंग का शुभारंभ करते हुए कहा कि.

Arun-Jaitley

जेटली ने कहा कि सेबी ने करीब 14 साल पहले देश में जिंस एक्सचेंजों को शुरू करने की अनुमति दी थी। उसके बाद से कमोडिटी व्यापार विकल्प यह ऑप्शंस ट्रेडिंग का पहला प्रॉडक्ट है। कमोडिटी व्यापार विकल्प आज शुरू किए गए गोल्ड ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट के तहत एक किलोग्राम सोने के कारोबार कमोडिटी व्यापार विकल्प की अनुमति होगी। एमसीएक्स के अनुसार सोने का विकल्प अनुबंध आज से ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होगा। निवेशक एक किलोग्राम सोने में कारोबार कर सकते हैं। यह अनुबंध नवंबर और जनवरी 2018 में समाप्त होगा। इस नए उत्पाद के प्रचार-प्रसार के बारे में पूछे जाने पर एमसीएक्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी मरगंक परांजपे ने कहा कि यह काफी कम लागत का उत्पाद है, हालांकि शुरआत में हम इस पर दिसंबर तक किसी तरह का लेनदेन शुल्क नहीं लेंगे।

अन्य जिंसों के विकल्प कारोबार के बारे में पूछे जाने पर परांजपे ने कहा कि सेबी के नियम के अनुसार सिर्फ उन जिंसों में विकल्प कारोबार की अनुमति दी जा सकती है जिनमें एक निश्चित मात्रा में कारोबार होता है। हमारे पास ऐसे 7-8 जिंस हैं। मसलन कपास, सीपीओ, कच्चा तेल, चांदी, जस्ता और तांबा। एमसीएक्स के चेयरमैन सौरभ चंद्र ने इसे एक प्रमुख सुधार बताया। उन्होंने कहा कि विकल्प से बाजार की मूल्य खोज प्रक्रिया अधिक दक्ष हो सकेगी। उन्होंने कहा कि सरकार और सेबी द्वारा जिंस बाजारों को चरणबद्ध तरीके से एकीकृत करने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं।

बाजार को और मजबूत करने के लिए नीति आयोग में एक समिति भी गठित की गई है जिससे हाजिर और डेरिवेटिव्स बाजारों का एकीकरण किया जा सके। कमोडिटी व्यापार विकल्प इस मौके पर वित्त सचिव अशोक लवासा, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार विवेक देवरॉय, एमसीएक्स के चेयरमैन सौरभ चंद्रा और एमसीएक्स के निदेशक और मुख्य कार्यकारी मरगंक परांजपे मौजूद थे। एमसीएक्स देश का प्रमुख जिंस एक्सचेंज है और इसकी बाजार हिस्सेदारी 90% से अधिक है। सोना, मूल धातु और ऊर्जा क्षेत्र में एक्सचेंज की बड़ी मौजूदगी।

रेटिंग: 4.90
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 471