फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स
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COVID के नए वेरिएंट पर अलर्ट! क्यों रखना चाहिए Emergency Fund? एक्सपर्ट से समझें कहां-कितना रिजर्व रखना जरूरी
Emergency Fund: कोविड (Covid) के वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स नए सब-वेरिएंट BF.7 के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर दुनिया के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. भारत में नए ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट के केस सामने आए हैं. सरकार की तरफ से देशवासियों को अलर्ट करते हुए कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने की सलाह दी गई. इससे पहले, हमने देखा कि लोगों को कोविड महामारी की पिछली वेव्स के दौरान स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के साथ-साथ अचानक आर्थिक दिक्कतें भी उठानी पड़ी. इसलिए यह जरूरी है कि हमें अपनी तैयारी ऐसी रखनी फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स चाहिए कि अचानक आने वाली आर्थिक दिक्कतों से भी निपटा जा सके. एक्सपर्ट कहते हैं कि हर नौकरीपेशा, प्रोफेशनल को एक इमरजेंसी फंड जरूर रखना चाहिए. इससे इमरजेंसी के समय काफी मदद मिलती है. अब यह अहम सवाल है कि इमरजेंसी फंड क्या है, यह कितना, किस रूप में और कहां होना चाहिए. आइए जानते हैं इन जरूरी सवालों के जवाब.
इमरजेंसी फंड क्या है (What is Emergency Fund)
BPN फिनकैप के डायरेक्टर अमित कुमार निगम का कहना है कि इमरजेंसी फंड एक ऐसा रिसोर्स है, जिसे फाइनेंशियल गोल के लिए लॉन्ग टर्म सेविंग्स को बिना डिस्टर्ब किए अचानक पड़ने वाली जरूरत या इमरजेंसी की खातिर अलग से रखा जाता है. यानी, यह एक ऐसा फंड है, जो आपको अचानक पड़ने वाली जरूरत के समय काम आता है.
उनका कहना है, अगर आप इमरजेंसी फंड का प्रावधान रखते हैं, तो यह आपको टेंशन फ्री रखने में मदद करता है. साथ ही साथ आपकी लॉन्ग टर्म की इन्वेस्टमेंट भी बनी रहती है.
कितना होना चाहिए इमरजेंसी फंड
MoneyFront के को-फाउंडर एंड सीईओ मोहित गांग का कहना है, मनी मैनेजमेंट की यह बेस्ट प्रैक्टिस है कि आपको इमजरेंसी फंड जरूर रखना चाहिए. आमतौर पर आपकी मंथली इनकम जिनती है, उतनी कम से कम 6 महीने की रकम इमरजेंसी फंड में होनी चाहिए. .
अमित निगम कहते हैं, इमरजेंसी फंड कितना होना चाहिए, यह आपके खर्चों पर निर्भर करता है. आमतौर पर आपके 3-6 महीने के रेगुलर खर्चों के बराबर की रकम आपके इमरजेंसी फंड में होनी चाहिए.
किस फॉर्म में होना चाहिए Emergency Fund
अमित निगम का कहना है कि इमरजेंसी फंड हमेशा लिक्विड फॉर्म में होना चाहिए. यह लिक्विड म्यूचुअल फंड या सेविंग्स बैंक अकाउंट में हो सकता है. जिससे कि जरूरत के समय आप आसानी से पैसे का इस्तेमाल कर सके. जब भी आप इमरजेंसी फंड की प्रोविजनिंग करें, यह हमेशा ध्यान रखें कि उस डिपॉजिट या निवेश पर कितना रिटर्न मिल रहा है या मिलेगा, यह आपकी प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए.
मोहित गांग कहते हैं, इमजरेंसी फंड हमेशा स्विपेबल बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट या फिर लिक्विड फॉर्म या मनी मार्केट म्यूचुअल फंड्स में रखना चाहिए, ताकि आप आपात स्थिति में तुरंत इस्तेमाल कर सके
Loan Tips: माइक्रोफाइनेंस प्लेटफॉर्म के जरिए उधार ले रहे हैं तो पढ़ें पूरी खबर, ये 5 बातें पता होने से आसानी से मिल जाएगा कर्ज
Microfinance Loan: माइक्रोफाइनेंस प्लेटफॉर्म्स से लोन लेना वैसे तो तकनीक के इस्तेमाल से काफी आसान हो गया है, लेकिन इसके लिए कुछ बुनियादी बातों का ख्याल रखेंगे तो एप्लीकेशन नहीं रिजेक्ट होगी.
By: ABP Live | Updated at : 25 May 2022 10:47 AM (IST)
Microfinance Loan Tips: माइक्रोफाइनेंसिंग उन देशों में बेहतर काम कर सकती हैं, जहां बड़ी आबादी में बैंकिंग (Banking) की कम सुविधा वाले या इस सुविधा से वंचित लोग हैं. इसके अलावा क्रेडिट हिस्ट्री का अभाव, क्रेडिट स्कोर (Credit Score) में पीछे होना, डॉक्यूमेंट और पहचान पत्र (Identity Card) आदि की कमी के कारण भी जिन लोगों को लोन नहीं मिल पाता, उनके लिए भी माइक्रोफाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म्स असरदार साबित हो सकते हैं.
दरअसल, बिना किसी पारंपरिक प्रक्रिया को पूरा किए ही अगर ये माइक्रोलेंडिंग प्लेटफॉर्म्स लोगों को कर्ज मुहैया करा रहे हैं तो इसके पीछे डाटा साइंस, एआई और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का बड़ा रोल रहता है. ऐसे में यहां न सिर्फ लोन पाना आसान हो गया है, बल्कि पैसा जल्दी भी मिल जाता है. स्मार्टकॉइन के सीईओ और को-फाउंडर रोहित गर्ग का कहना है कि तमाम मुश्किलों को आसान करने वाले माइक्रोफाइनेंस प्लेटफॉर्म्स पर लोन के लिए आवेदन करने से पहले कुछ चीजों को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है, ताकि आगे परेशानी न हो.
क्रेडिट हिस्ट्री का रखें ख्याल
एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री समय पर लोन चुकाने की आपकी विश्वसनीयता एवं क्षमता को दर्शाती है. एक अनुकूल क्रेडिट स्कोर एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री की बुनियाद है, जो 300 से 900 के बीच रहता है और 750 से ऊपर का कोई भी स्कोर अच्छा माना जाता है. मजबूत क्रेडिट स्कोर बरकरार रखना आसान है, बस आपको सभी बकाया समय पर चुकाते रहने की जरूरत है. अपने क्रेडिट कार्ड की संख्या घटाकर भी स्वस्थ क्रेडिट स्कोर बनाया जा सकता है. क्रेडिट कार्ड पर कभी 30 फीसदी से ज्यादा राशि खर्च न करें.
ब्याज दरों का करें आकलन
कर्ज लेते समय देखें कि आपको सबसे कम ब्याज दर मिल रही हो, आपको अलग-अलग लेंडर्स द्वारा पेश की जाने वाली ब्याज दरों की तुलना करनी चाहिए. पैसाबाजार, बैंकबाजार जैसे अनेक वित्तीय प्लेटफॉर्म्स पर ब्याज दरों की तुलना आसानी से हो सकती है.
लागत का मूल्यांकन करें
जब भी आप कोई कर्ज लेते हैं तो उससे कई लागत भी जुड़ी होती हैं. जैसे प्रोसेसिंग शुल्क, प्री पेमेंट फीस और विलंब से भुगतान करने की फीस. इससे आप अपने फाइनेंस को ज्यादा असरदार तरीके से मैनेज कर सकते हैं और इस बात को आसानी से समझ सकते हैं कि क्या लोन के लिए आवेदन करना मायने रखता है या नहीं.
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Published at : 25 May 2022 10:47 AM (IST) Tags: Money Bank Investment loan हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
इन्वेस्टमेंट टिप्स – जानिये Share Market में निवेश (Invest) करने के ऐसे तरीके जिनके जरिये आप बन सकते हैं बहुत जल्द करोड़पति
Investment Tips In Share Market In Hindi : वैसे असल मायने में Share market में निवेश करने के कई तरीके हो सकते हैं, जिनके जरिये आप बहुत जल्द करोड़पति बन सकते है। जैसे कि – stocks, mutual fund, ETF (Exchange Traded Fund), Sovereign Gold Bond, Cryptocurrency, IPO, IFO, FD (Fixed Deposit), Government Bond, PPF (Public Provident Fund) इत्यादि। ये कुछ ऐसे तरीक़े हैं, जिनमें आप बड़ी आसानी से पैसे invest करके करोड़ो बना सकते हैं।
लेकिन इन सभी प्रकार के Investment में एक चीज़ common होती है कि – सभी प्रकार के fund को stock market में ही निवेश किया जाता है। इस प्रकार निवेश को कई अलग-अलग schemes में किया जाता है। जिससे portfolio को manage करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होती है।
Share market से आप विभिन्न तरीको से पैसे कमा सकते हैं –
- Stocks – Share Market में आप किसी Branded कंपनियों के शेयर कम कीमत पर ख़रीद कर उसे ऊँचे दामों में बेंच सकते हो और अच्छा Profit कमा सकते हो। इसमें सभी कंपनियों के शेयर की कीमत अलग-अलग होती है।
- Mutual Fund – यह एक प्रकार से पूरी तरह Risk Free होता है। लोगों द्वारा mutual fund में निवेश किये हुए पैसों को एक Asset Management Company होती है। जिनके पास expert fund manager होते हैं, जो Investors द्वारा लगाए हुए पैसों को stock market में कई अलग-अलग कंपनियों में निवेश करते हैं अर्थात समय-समय पर हमारे fund को manage करते रहते हैं। जिससे हमें उस AMC के Fund Manager को कुछ % रकम pay करनी होती है। Long Term में हमें इससे अच्छा खासा Profit होता है।
- Sovereign Gold – इसे हम Digital Gold के नाम से भी जानते हैं, यह शुद्धता के रूप में कई प्रकार के कैरेट जैसे – 24 कैरेट, 23 कैरेट के रूप में ख़रीदा और बेंचा जाता है। इसे हम 100 Rs. से लेकर बड़ी रक़म तक का Gold हम फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स अपने मोबाइल से ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
- FD – इसे हम Fixed Deposit के रूप में भी जानते हैं। इसमें हम अपने fund को एक निश्चित समय अंतराल तक के लिए fix करते हैं तभी हमें कुछ % ब्याज़ के रूप Return मिलता है। यदि हम जमा किये FD को समय के पहले तोड़ देते है तो हमें कोई ब्याज नहीं मिलता; शिवाय हमारे द्वारा जमा की हुई रकम के।
- PPF – Public Provident Fund, एक long term investor के लिए Best होता है। क्योंकि यह अपने समय जैसे 20-25 साल से पहले cancel नहीं होता।
- IPO – IPO एक प्रकार से किसी company के शेयर को सीधे तौर पर Investor के बीच बेंचा जाता है। इसे Initial Public Offering के नाम से भी जाना जाता है।
- ETF – Stock Market में हम Exchange Traded Fund के तौर पर भी पैसे कमा सकते हैं।
- Cryptocurrency – वर्तमान समय में cryptocurrency में निवेश करना एक invester के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि cryptocurrency में निवेश करना एक invester के लिए एक नया सुनहरा अवसर है, क्योंकि लोगों के लिए एकदम नयी investment opportunity है। यदि आप भी cryptocurrency में निवेश करना शुरू करते हैं तो आप भी बहुत जल्द करोड़पति बन सकते हैं।
इसके लिए Wazirx एक best platform है, जिसके जरिये आप बड़ी आसानी से cryptocurrency में निवेश कर सकते हैं। यह भारत का नंबर 1 भरोसेमंद platform है, cryptocurrency में निवेश करने का। इसमें करने के लिए आपको अपना KYC करना जरुरी होता है, बिना KYC के निवेश नहीं किया जा सकता।
इसमें KYC करना बहुत ही आसान है, आप कुछ simple तरीकों के साथ अपनी KYC पूरा कर एक अच्छा crypto invester बन सकते हैं। Cryptocurrency में निवेश करना उतना आसान है, जितना किसी stock को buy और sell करना हो अर्थात crypto में निवेश करना बिलकुल share market में निवेश करने जैसा ही है। यहां हम investment की बात करें हैं, न की trading की।
आपने सीखा – Investment Tips In Share Market In Hindi
उम्मीद है कि – आप share market में निवेश करने के तरीकों के बारे में जान गए होंगे और stock market में investment करना सीख गए होंगे। आपको यह article कैसा लगा comment करके हमें जरूर बताएं एवं अगर इस article को लेकर किसी भी प्रकार का doubt है तो आप हमसे बेझिझक पूछ सकते हैं।
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इन साइकोलॉजिकल ट्रिक्स के जरिए आसानी से पा सकते है इंटरव्यू में सफलता
नई दिल्ली : हम सभी को यह बात पता है कि किसी भी इंटरव्यू को पास करने के लिए योग्यता जरूरी है और आपको सब्जेक्ट्स की जानकारी होनी चाहिए। लेकिन कई बार सब्जेक्ट्स की जानकारी होने के बाद भी इंटरव्यू में कहीं ना कहीं कोई कमी रह जाती है और हम इंटरव्यू पास नहीं कर पाते । इसलिए जरुरी है कि हमें अपने सब्जेक्ट्स की जानकारी होने के साथ कई और क्वालिटी भी होनी चाहिए जो उस वक्त आपके काम आ सकती हैं जब कंपीटिशन काफी कड़ा हो। ऐसे हालात में जरा सी चूक नतीजों पर असर डाल सकती है। आज हम आपको बता रहे हैं ऐसी कुछ साइकोलॉजिकल ट्रिक्स के बारे में जो आपके न सिर्फ आपके काम आ सकती हैं, बल्कि आप इन्टरव्यू करने वाले के सामने धाक भी जमा सकते हैं। सभी कंपनियां ऐसे शख्स को जॉब ऑफर करती हैं, जो नॉलेज के साथ साथ मेंटली भी काफी स्ट्रांग हो। इंटरव्यू लेते वक्त पैनल में अक्सर ऐसे लोग बैठते हैं जो पूरे इंटरव्यू के दौरान आपके व्यक्तित्व का पता लगाने की कोशिश करते रहते हैं। ऐसे में आप भी उनके साथ माइंड गेम फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स खेल सकते हैं। क्या हैं ये साइकोलॉजिकल ट्रिक
सवाल करें
ऑफर सुनने में अजीब लगता है कि क्या कोई इंटरव्यू देने वाला खुद पूरे इंटरव्यू की दिशा तय कर सकता है। मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि ये हो सकता है और कई बार जाने अनजाने ये तरीका लोगों के इंटरव्यू की नतीजा तय कर देता है। इंटरव्यू में अक्सर एक सवाल के जवाब से दूसरा सवाल निकलता है। वहीं इंटरव्यू के दौरान बातचीत की दिशा बदलने के लिए भी इंटरव्यू लेने वाले एक्सपर्ट आपके जवाब से नए सब्जेक्ट के संकेत तलाशते हैं। एक माहिर पैनल की यही खासियत होती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये बात आपके लिए प्लस प्वाइंट और माइनस प्वाइंट दोनो ही हो सकती है। अगर आप अपने जवाब में किसी खास बात का जिक्र करते हैं और पैनल के पूछने पर उसे समझा नहीं सकते तो आपके लिए प्रॉब्लम हैं। क्या करें आप अपने सबसे स्ट्रॉन्ग सब्जेक्ट को ध्यान में रखें, किसी भी सवाल का जवाब देते वक्त अपने फेवरेट सब्जेक्ट को जवाब के साथ लिंक करने की कोशिश करें। ऑफर किया जा रहा सब्जेक्ट न तो इतना मुश्किल हो कि सवाल पूछने वाला सवाल ही न पूछ सके। और न ही जॉब से इतना अलग हो कि वो पूछना ही न चाहे। जिस सब्जेक्ट के बारे में नहीं जानते भले ही वो कितना आकर्षक क्यों न हो उससे दूर रहें। आप अपनी हॉबी को भी मौका मिलने पर किसी जवाब के साथ लिंक कर सकते हैं, जिससे इस बात की संभावना हो कि अगला सवाल आपकी उसी हॉबी से जुडा सामने आ जाए।
कलर का सहारा लें
कैरियर बिल्डर द्वारा जारी किए एक सर्वे के मुताबिक आप जिस कलर के कपड़े पहन कर इंटरव्यू देने जा रहे हैं उससे पता चलता है कि आप उस जॉब के लिए कितना सूट करते हैं।सर्वे में शामिल 23 फीसदी एचआर मैनेजर ने माना कि ब्लू रंग को वो टीम फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स वर्क मानते हैं। वहीं 25 फीसदी मानते हैं कि ऑरेंज पहनना अनप्रोफेशनल है। आप जॉब में जिस तरह की जरूरत हो उस हिसाब के कपड़े पहन कर जा सकते हैं।
क्या है रंगों का अर्थ
ग्रे- लॉजिकल, एनालिटिकल
व्हाइट- ऑर्गेनाइज्ड
ब्राउन- दूसरों पर डिपेंडेंट
रेड- पावर
जबाव इंटरव्यू लेने वाले की उम्र के हिसाब से दें
किसी भी सवाल का एक ही जवाब होता है हालांकि उसे देने के तरीके अलग अलग होते हैं। बिजनेस इनसाइडर के मुताबिक उम्र के हिसाब से आप एक खास तरीके से जवाब की उम्मीद करते हैं। ये ट्रिक क्रेजी गुड इंटरव्यूइंग नाम की किताब से लिए गए हैं।
इंटरव्यू लेने वाले की उम्र और जवाब का तरीका
अगर इंटरव्यू लेने वाला 20 से 30 साल का है। अपने काम और अचीवमेंट के सैंपल पेश करें। साबित करें कि आप मल्टीटास्किंग हैं। अगर इंटरव्यू लेने वाला 30 से 50 साल का है जवाब में अपनी क्रिएटिवटी पेश करें और बताएं कि काम और आपकी जिंदगी में बैलेंस ने कैसे आपको सफल बनाया है। यानि ये जताने की कोशिश न करें कि आप 24 घंटे बिना शिकायत काम कर सकते हैं कि क्योंकि इस उम्र का जॉब देने वाला भी जानता है कि न तो ये संभव नहीं है और न ही ये सही है। अगर इंटरव्यू लेने वाला 50 से 70 साल का है जो भी लोग इस समय इस उम्र वर्ग में हैं उनके लिए मेहनत और सम्मान काफी अहम है। आपके जवाब में मेहनत और दूसरों के लिए सम्मान जरूरी है। सीधे शब्दों में अगर इंटरव्यू लेने फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स वाले की बात काटनी हो तो संभल कर आलोचना करें। जवाब सीमित और नपे तुले हों।
कमीलीअन इफेक्ट
कमेलियन इफेक्ट एक साइकोलॉजिकल कंडीशन है जहां आप ऐसे लोगों को पसंद करते हों जो आपकी तरह की बॉडी लैंग्वेज यूज करते हैं। बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट पैटी वुड के मुताबिक ये ऐसा ही जैसे सामने वाले के साथ डांस करना। बेसिक पॉजिटिव बॉडी लैंग्वेज से शुरू करें और इंटरव्यू देने वाले की बॉडी लैंग्वेज को फॉलो करें। हालांकि उसे फॉलो करने में अपनी सीमा न छोड़ें। अगर बातचीत ज्यादा चलती है तो एक जैसी बॉडी लैंग्वेज माहौल को दोस्ताना बना सकती है।
सवाल को दोहराएं
इस तरीके को रिफ्लेक्टिव लिसनिंग कहते हैं। जिसमें आप सवाल को इस तरह से दोहराते हैं जिससे सामने ये संकेत जाएं कि आप सुन रहे हैं और सही जवाब देंगे। दरअसल इंटरव्यू के दौरान अगर ये पता चल जाए कि आप किसी वजह से सवाल सुन या समझ ही नहीं रहे हैं तो फिर खेल खत्म । हालांकि ये तरीका भी ऐसा होना चाहिए कि वास्तव में लगे कि आप सवालों को लेकर गंभीर हैं। ये ट्रिक भी सभी सवालों के साथ नहीं होनी चाहिए सिर्फ उन सवालों के साथ होनी चाहिए जो आपके मुताबिक सबसे मुश्किल और सबसे नाजुक हैं।
सभी एक्सपर्ट्स मानते हैं कि साइकोलॉजिकल ट्रिक्स तभी असर करती हैं जब वो नैचुरली सामने आएं, जबरदस्ती की गई ऐसी ट्रिक्स ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं। वहीं नैचुरल रहना सबसे कारगर साइकोलॉजिकल ट्रिक है, इससे साफ होता है कि आप किसी के साथ माइंड गेम में नहीं है और सामने वाला आप फंड फाउंडर के क्रिप्टो एक्सपर्ट टिप्स पर विश्वास करता है। कॉन्फिडेंस जॉब को पाने में जितना कारगर होता है ओवरकॉन्फिडेंस उतना ही जॉब के मौके खत्म करता है। आपको इनके बीच का अंतर पता होना चाहिए।
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