पहली बार शेयर बाजार में कर रहें है निवेश तो जान लें ये बातें; जानें क्या करें, क्या ना करें
Stock Market में निवेश की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अपने भविष्य को संवारने के लिए जरूरी होता है कि आप सही समय पर निवेश की शुरुआत करें । वहीं किसी भी निवेश से पहले जरूरी होती है उसकी सोच समझ कर की गई प्लानिंग। हर निवेशक पैसा लगाने के बदले में कुछ उम्मीद या कोई लक्ष्य रख कर आगे बढ़ता है। अगर आप प्लानिंग के साथ निवेश की शुरुआत करते हैं तो यकीन मानिये कि आप अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेंगे। निवेश करने से पहले आपको इस बात की योजना बनानी होगी कि आपके पास फंड कहां से आएगा और आपको कितना निवेश करना है। वहीं आपको ये भी समझना होगा कि आप इस रकम के साथ कितना जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं। इसी आधार पर निवेश की नींव तैयार की जा सकती है। बढ़ती महंगाई ने निवेशकों की जेब पर डाका डाला है, लोगों की सेविंग्स खत्म हो रही है, ऐसे में महंगाई को मात देने के लिए निवेशकों के लिए अब जरूरी हो गया है कि वो अपना रिटर्न बढ़ाने पर ध्यान दें। ऐसे में शेयर बाजार में सोच समझ कर किया गया निवेश निवेशकों के लिए काफी मददगार हो सकता है।
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महंगाई का मुकाबला करने के लिए शेयर बाजार की अहमियत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। ये सच है कि शेयर किसी की भी सलाह पर निवेश करना बाजार में निवेश जोखिम भरा होता है, लेकिन ये भी सच है कि नए निवेशक आसानी से स्टॉक मार्केट के बारे में सीख सकते हैं और इनवेस्ट कर पैसा कमा सकते हैं। स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट का कोई शॉर्टकट नहीं है। अगर आप कुछ नियमों का पालन करते हैं और बाजार को समझते हुए आगे बढ़ते हैं तो आप बेहतर रिटर्न पा सकते हैं। स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव होता रहती है, ऐसे में यह समझना जरूरी है कि स्टॉक्स में निवेश पर आपको फायदा और नुकसान दोनों ही हो सकता है। स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय धैर्य रखना बेहद जरूरी है।
कैसे करें स्टॉक्स का चयन
शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है। आप थोड़ी-थोड़ी रकम से बाजार में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। नए investor को शुरुआत में ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचना चाहिए। इसलिए, उन्हें तेज उतार-चढ़ाव वाले stock पर फोकस करने के बजाए फंडामेंटली मजबूत शेयरों में पैसा लगाना चाहिए। कई बार ऐसा पढ़ने-सुनने को मिलता है कि इन्वेस्टर ज्यादा रिटर्न पाने के लालच में ऐसी कंपनियों के शेयर में निवेश कर देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होती हैं और निवेशक इसमें फंस जाते हैं। इसलिए निवेश की शुरुआत लार्जकैप शेयरों से करना बेहतर होगा।
शुरुआत में नए निवेशक को penny stocks में पैसा लगाने से बचना चाहिए। कई निवेशकों को लगता है कि ऐसे शेयर में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है। लेकिन ये दांव अक्सर उलटा पड़ जाता है। जब आप शेयर बाजार अच्छी तरह समझने लगें तो आप थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं। शेयर का चुनाव हमेशा कंपनी की ग्रोथ देखकर ही करना चाहिए। उसी कंपनी के शेयर में निवेश करें, जिसका कारोबार अच्छा हो और उसको चलाने वाला मैनेजमेंट बेहतर हो। तभी आप अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न पा सकेंगे।
क्या करें, क्या ना करें
सोशल मीडिया पर दिए गए टिप्स के आधार पर स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट ना करें। एक निवेशक को बाय एंड होल्ड की रणनीति अपनानी चाहिए। स्टॉक मार्केट में गिरावट आने पर कभी भी घबराकर पूरा निवेश नहीं निकालें। आप उन कंपनियों के शेयर पर फोकस रहें जिसमें आपने पूरी रिसर्च और भरोसे के साथ इनवेस्ट किया है। अगर आपने सिर्फ stock के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं इनवेस्ट किया है तो तुरंत अपने निवेश की समीक्षा करें। शेयर बाजार में गिरावट आने पर निवेश बंद नहीं करें। बाजार के जानकारों से सलाह लें और निवेश के विकल्प खुले रखें।
शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए जरूरी बातें
Stock Market में निवेश की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं। निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में खुद रिसर्च करें या भरोसे वाले बाजार के जानकारों से मदद लें। 5paisa ऐसा ही एक एक्सपर्ट है जो आपको बाजार में आगे बढ़ने के लिए कारगर सलाहें देता है, जिससे बाजार में आप अपना पहला कदम मजबूती के साथ रख सकते हैं।
वहीं share चुनते समय रिटर्न को ही आधार बनाना सबसे आम गलतियों में से एक है। इसलिए निवेशक को कभी ऊंचे रिटर्न देखकर ही पैसा लगाने का फैसला नहीं करना चाहिए। यह ध्यान रखना चाहिए कि शेयर की चाल हमेशा एक समान नहीं होती है, इसमें उतार-चढ़ाव बना रहता है।
किसी कंपनी पर आंख बंद कर भरोसा करने की गलती कभी नहीं करें। अगर आपने एक ऐसी कंपनी में निवेश किया है जिसका फंडामेंटल मजबूत था, लेकिन अब उसमें कुछ बदलाव हुआ है तो शेयर बेचकर निकलने में ही भलाई है। याद रखें, आपने पैसा कमाने के लिए शेयर में निवेश किया है, नुकसान उठाने के लिए नहीं।
पर्सनल फाइनेंस: अपनी गाढ़ी कमाई को सोच समझ कर सही जगह पर निवेश कीजिए, ज्यादा लाभ का वादा देनेवाली अधिकतर स्कीम्स में हुए फ्रॉड
जिस तरह के कोरोना ने अपना जाल फैलाया है, उसने हर किसी को यह सिखा दिया है कि पैसे की अहमियत कितनी है। पैसे की अहमियत हर कोई जानता है लेकिन कभी -कभी लोग बचत करने के नाम पर निवेश के ऐसे विकल्प चुन लेते हैं जो उनके लिए और घातक साबित होते हैं। निश्चित तौर पर कोरोना में आपके खर्चे कम हुए हैं। आपकी बचत हुई है। इस गाढ़ी कमाई को ऐसी जगह निवेश कीजिए जहां आपको उचित लाभ मिल सके और आपके निवेश की सुरक्षा उससे ज्यादा हो।
निवेश की सुरक्षा सबसे पहले
भारतीय हमेशा बैंक एफडी को पसंदीदा निवेश मानते हैं। जबकि सबसे कम ब्याज यहां पर ही मिलता है। आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि बैंकों में 109 लाख करोड़ रुपए की डिपॉजिट है। यानी यह भारतीयों की जमा पूंजी है। आप भी जानते हैं इसी जमा पर आपको बैंक 5 प्रतिशत एफडी पर और 3 प्रतिशत सेविंग खातों में रखे गए पैसों पर ब्याज देता है। जबकि यही पैसा आप बैंक से कर्ज के रूप में लेंगे तो आपको 8-9 या फिर 12 प्रतिशत भी ब्याज देना पड़ सकता है। फिर भी सुरक्षा है इसलिए लोग बैंकों में पैसे रखे हैं।
आकर्षक लाभ के सभी दावे खोखले और फंसाने वाले हैं
कभी भी पैसे को दोगुने या बहुत ज्यादा लाभ के लालच में निवेश मत कीजिए। पिछले 20-25 दिनों में बाजार के रेगुलेटर सेबी ने ऐसी 15 से ज्यादा निवेश की सलाह देनेवाली कंपनियों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन सब में प्रमुख पैन कार्ड क्लब है। इसने देश भर में 50 लाख लोगों से 7,000 करोड़ रुपए जुटाए। यह दावा किया कि वह बहुत ज्यादा रिटर्न और बिजनेस में मुनाफा देगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
सेबी ने हाल में कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया
पीएसीएल को कौन भूल सकता है? इस कंपनी ने भी लाखों लोगों से 50 हजार करोड़ रुपए की रकम इसी आधार पर जुटाई कि वह जमीन देगी जिसमें मुनाफा मिलेगा। बंगाल के सारधा स्कैम या इस तरह के जितने ऑफर देनेवाली कंपनियां हैं, उन सब पर सेबी ने प्रतिबंध लगाया है। लेकिन उससे पहले आप अपनी गाढ़ी कमाई का निवेश करते हैं तो आपको इस तरह की लालच में नहीं आना चाहिए।
निवेश कहां करें?
निवेश के लिए आपको अपना पोर्टफोलियो बनाना होगा। पोर्टफोलियो से मतलब आपके निवेश की क्षमता, लाभ पाने का लक्ष्य, आगे किस काम के लिए पैसा चाहिए जैसी तमाम बातें निवेश पर निर्भर होती हैं। आपको चाहिए कि आप देश में सरकारी स्कीम्स में निवेश करें। यहां आपको रिटर्न कम मिलेगा लेकिन निवेश सुरक्षित रहेगा। म्यूचुअल फंड में निवेश करें। यहां आपको एफडी की तुलना में ज्यादा लाभ मिलेगा। निवेश सुरक्षित रहेगा। आप चाहें तो बीमा में निवेश कर सकते हैं लेकिन यहां आपको जोखिम कवर ज्यादा मिलेगा रिटर्न कम मिलेगा।
निवेश सलाहकार से सलाह जरूर लें
आप अगर म्यूचुअल फंड या शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपको किसी बेहतर निवेश सलाहकार को पकड़ना चाहिए। आपको यह देखना होगा कि वह सेबी में रजिस्टर्ड हो। उसका ट्रैक रिकार्ड अच्छा हो। आप चाहें तो म्यूचुअल फंड में एसआईपी कर सकते हैं। इसने हाल के समय में अच्छा प्रदर्शन किया है। शेयर बाजार में आप अगर डायरेक्ट निवेश करते हैं किसी की भी सलाह पर निवेश करना तो आपको टॉप 100 कंपनियों में ही बने रहना चाहिए। या फिर किसी निवेश सलाहकार से सलाह लेकर आगे की कंपनियों में भी निवेश कर सकते हैं।
महंगे स्तर पर निवेश करने से बचें
याद रखिए बैंक एफडी, सोने में निवेश या बाजार में निवेश करना बुरा नहीं है। लेकिन आपको यह देखना होगा कि वित्तीय साधन में सबसे बेहतर निवेश क्या हो सकता है। हमेशा ध्यान रखें कि एक उचित रिटर्न और निवेश की सुरक्षा ही किसी निवेश की विशेषता है। अगर आप म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार या सोने में निवेश करते हैं तो आपको हमेशा यह देखना होगा कि इनका रुझान गिरावट की ओर है या बढ़त की किसी की भी सलाह पर निवेश करना ओर। निवेश तब किया जाना चाहिए जब कीमतें नीचे की ओर हों।
फिलहाल इस उतार-चढ़ाव वाले बाजार के माहौल में आप उन शेयरों में दांव लगाइए जो अभी भी बाजार की रिकवरी में शामिल नहीं हो पाए हैं। इससे आपको सस्ते में खरीदने और महंगे में बेचने का अवसर मिलेगा।
शेयर मार्केट में पहली बार कर रहे हैं निवेश तो इन बातों का रखें खास ध्यान, जानिए क्या है निवेश का सही तरीका
किसी भी सेक्टर में निवेश करने के लिए सिर्फ़ रिटर्न ही नहीं देखना चाहिए.
लगातार बढ़ती महंगाई से मुकाबला करने के लिए शेयर मार्केट में निवेश करना काफ़ी फायदेमंद हो सकता है. इसके लिए मार्केट को समझ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 27, 2022, 08:20 IST
हाइलाइट्स
लगातार बढ़ती महंगाई से मुकाबला करने के लिए शेयर मार्केट में निवेश करना काफ़ी फायदेमंद हो सकता है.
शेयर मार्केट में निवेश सीखने का कोई शॉर्टकट नहीं है, इसलिए खुद ही इसे अनुभव से सीखना पड़ता है.
किसी के कहने से अपने निवेश को बदलने की बजाय अपनी रिसर्च और प्लानिंग को ध्यान में रखना चाहिए.
नई दिल्ली. अपने भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी है कि हम अपनी इनकम का कुछ हिस्सा कहीं ऐसी जगह निवेश करें, जो जरूरत पड़ने पर काम आ सके. हमारे देश में ज्यादातर लोग निवेश के लिए ट्रेडिशनल तरीकों को ही अपनाते हैं जो कि रिटर्न के मामले में उतने कारगर नहीं होते हैं. लगातार बढ़ती महंगाई से मुकाबला करने के लिए शेयर मार्केट में निवेश करना काफ़ी फायदेमंद हो सकता है. इसके लिए मार्केट को समझते हुए सही तरीके से निवेश करना जरूरी है.
शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिम भरा होता है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखते हुए आप इससे अच्छा रिटर्न ले सकते हैं. शेयर मार्केट में निवेश सीखने का कोई शॉर्टकट नहीं है, इसलिए खुद ही इसे अनुभव से सीखना पड़ता है. यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं और जानकारी के अभाव में अब तक नहीं कर पाए हैं, तो आज हम आपके काम की जानकारी लेकर आए हैं. इस आर्टिकल में हम इसी पर बात करेंगे.
निवेश के लिए स्टॉक कैसे तय करें
शेयर मार्केट में निवेश की शुरूआत में निवेशक को रिटर्न पर ज्यादा फोकस नहीं करना चाहिए. शुरूआत में ज्यादा उतार चढ़ाव वाले स्टॉक की बजाय ऐसे स्टॉक को चुनना फायदेमंद होता है, जो फंडामेंटली मजबूत होते हैं. स्टॉक का चुनाव कंपनी की ग्रोथ देखकर करना चाहिए. शुरुआती निवेशक को स्मॉलकैप शेयरों की बजाय लार्जकैप शेयरों में पैसा लगाना चाहिए. फिर धीरे-धीरे मार्केट को समझते हुए आगे बढ़ना चाहिए.
निवेश से पहले टारगेट तय करें
भविष्य में आपको किस काम के लिए और कितने रुपयों की जरूरत पड़ सकती है, उसके मुताबिक अभी से प्लानिंग करके निवेश की शुरुआत करें. निवेश करते समय आप इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि जिस सेक्टर में आप पैसा लगाने जा रहे हैं उसमें अभी कितना रिटर्न मिल रहा है और भविष्य में आगे उसकी क्या संभावनाएं है.
धैर्य रखना बेहद जरूरी
शेयर मार्केट में हमेशा उतार-चढ़ाव होता रहता है. इसमें आपको कभी फायदा होगा तो कभी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है. इसलिए आपको धैर्य से काम लेना पड़ता है, इसमें जल्दबाजी काम नहीं आती. किसी भी स्टॉक में एक बार पैसे लगाने के बाद रुककर मार्केट की गतिविधियों को देखना चाहिए और सही समय पर अच्छे रिटर्न के साथ पैसे को निकालना चाहिए. स्टॉक मार्केट में आप अपने अनुभव से सीखते हैं और उसी के अनुसार आगे की प्लानिंग करते हैं. इसलिए अपने हर अनुभव से सीखते रहना जरूरी है.
निवेश बदलने से होता है नुकसान
अगर कोई निवेशक एक जगह निवेश करने के बाद, किसी दूसरे सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन को देखकर अपने निवेश को स्विच कर लेता है, तो वह उसे शॉर्ट टर्म के लिए तो लाभ दे सकता है लेकिन बार-बार ऐसा करने से उसको बड़ा घाटा उठाना पड़ सकता है. किसी भी सेक्टर में निवेश करने के लिए सिर्फ़ रिटर्न ही नहीं बल्कि बाकी सब चीजों को भी ध्यान से देखना चाहिए कि वह वास्तव में कितना लाभ दे सकता है.
फ्री की सलाह पर निवेश से बचें
शेयर मार्केट में निवेश के लिए गाइड करने वाली किसी विश्वसनीय वेबसाइट या एक्सपर्ट के अलावा किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए. विशेष तौर पर सोशल मीडिया पर दिए जाने वाले टिप्स के चक्कर में पड़ने से बचें. किसी के कहने से अपने निवेश को बदलने की बजाय अपनी रिसर्च और प्लानिंग को ध्यान में रखना चाहिए. मार्केट के उतार-चढ़ाव से घबराकर पैसे निकालने के बारे में सोचना भी सही नहीं है. इसके अलावा मार्केट की गतिविधियों को ध्यान से देखते हुए अपनी प्लानिंग में बदलाव कर सकते हैं.
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आज से करें बेहतर कल की तैयारी, कमाई के साथ ही शुरू करें निवेश, लेकिन पहले इन 5 आदतों से पाएं छुटकारा
Investment Tips: अगर आज से बचत की शुरुआत नहीं करते हैं तो आने वाला कल कठिन होगा. निवेश जल्द शुरू करने के साथ-साथ कुछ बुरी आदतों से दूर रहें. मसलन, ज्यादा कर्ज लेने से बचें, पर्याप्त इंश्योरेंस खरीदें, आय से अधिक खर्च ना करें. इन बातों को ध्यान में रख कर टेंशन फ्री रह सकते हैं.
Investment tips: लोगों की औसत उम्र धीरे-धीरे बढ़ रही है. 60 साल के बाद रिटायरमेंट का समय आ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि रिटायरमेंट से पहले आप अपने आने वाले कल की तैयारी पूरी कर लें. रिटायरमेंट के बाद जब कमाई बंद हो जाएगी तो पूर्व में किया गए निवेश ही काम आएगा. ऐसे में बेहतर कल की तैयारी आज से ही शुरू हो जानी चाहिए. फाइनेंशियल एक्सपर्ट की सलाह होती है कि इन्वेस्टमेंट में डिसिप्लिन बहुत जरूरी होता है. शिष्टाचार के साथ किया गया निवेश लंबी अवधि में आपकी हर समस्या का हल कर देगा.
आज से करें कल की तैयारी
JRL Money के को-फाउंडर विजय मंत्री ने जी बिजनेस के खास कार्यक्रम Money Guru में बात करते हुए निवेश की पांच बुरी आदतों को टालने की सलाह दी है. इन बुरी आदतों से आपका भविष्य अधर में लटक सकता है और आने वाले कल में आपको आर्थिक तौर पर परेशानी उठानी पड़ सकती है.
निवेश कल पर टाल देना
निवेश की शुरुआत कमाई के साथ ही कर देना चाहिए. जैसे-जैसे कमाई बढ़ती जाती है, आपका खर्च भी बढ़ता जाता है. ऐसे में जरूरी है कि कमाई के साथ ही निवेश शुरू कर दें. इसे कल के भरोसे नहीं टालना चाहिए. आपकी कमाई का कम से कम 20-30 फीसदी निवेश करना जरूरी है.
आय से अधिक खर्च करना
अगर कमाई और खर्च का हिसाब नहीं है तो भारी परेशानी होगी. इसके लिए बजटिंग जरूरी है. आपको अपनी हैसियत का बेहतर अंदाजा होना चाहिए. दिखावे में किया गया खर्च आपकी आर्थिक सेहत के लिए ठीक नहीं है. कमाई और खर्च के बीच जरूरत के हिसाब से इमरजेंस फंड हर किसी को बनाकर रखना चाहिए.
पर्याप्त इंश्योरेंस न खरीदना
अगर फाइनेंशियल प्लानिंग कर रहे हैं तो इंश्योरेंस सबसे पहले खरीदें. निवेश से पहले भी अपने लिए इंश्योरेंस खरीदें. एक टर्म इंश्योरेंस और दूसरा हेल्थ इंश्योरेंस किसी की भी सलाह पर निवेश करना होना हर किसी के लिए जरूरी होता है. यह आपको फाइनेंशियल स्टैबिलिटी देने में मदद करेगा. मेडिकल खर्च बढ़ रहा है. ऐसे में हर किसी के लिए मेडिकल इंश्योरेंस होना बहुत जरूरी है.
जानकारी के बिना निवेश करना
अगर अपनी कमाई किसी जगह निवेश कर रहे हैं तो जरूरी है कि उसके बारे में आपको सबकुछ पता हो. किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले उसके बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करें. अगर वह आपकी जरूरत के हिसाब से फिट बैठता है तभी निवेश की शुरुआत करें. निवेश करते समय फोकस केवल रिटर्न पर नहीं होना चाहिए. पॉन्जी स्कीम्स में हाई रिटर्न का वादा किया जाता है, लेकिन आपका निवेश सुरक्षित हो यह ज्यादा महत्वपूर्ण है.
कर्ज के बोझ के नीचे दब जाना
इन सब के अलावा कर्ज का बोझ मिनिमम रखना सबसे जरूरी होता है. अगर आप पर कर्ज का बोझ होगा तो रिस्क लेना मुश्किल हो जाता है. कर्ज वाली स्थिति में नौकरी बदलना भी रिस्की लगता है और ऐसे में आपको उचित ग्रोथ नहीं मिल पाता है. अगर कर्ज लेना है तो वह गुड लोन होना चाहिए. मसलन होम लोन, एजुकेशन लोन जिससे आपको फायदा मिले. पर्सनल लोन, कार लोन, कंज्यूमेबल्स लोन, क्रेडिट कार्ड लोन से जितना हो सके, बचने की कोशिश करें.
500 रुपये से करें निवेश की शुरुआत, देखते ही देखते बन जाएंगे करोड़पति!
निवेश की शुरुआत करने के लिए कोई मोटी रकम की जरूरत नहीं होती है. आप हर महीने नियमित तौर पर एक छोटी राशि निवेश कर बड़ा फंड बना सकते हैं. अगर आप घर, गाड़ी, बच्चों की पढ़ाई, बच्चों की शादी या फिर अपने रिटायरमेंट के लिए प्लान कर रहे हैं, तो इस प्लान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए निवेश के रास्ते पर चलना होगा. (Photo: Aajtak)
निवेश को लेकर अक्सर लोग कहते हैं कि कुछ समय बाद शुरू करेंगे. लेकिन उनके लिए वो वक्त कभी नहीं आता. क्योंकि वो निवेश को गंभीरता से नहीं लेते. आज की तारीख में जितना जरूरी बचत पर फोकस करना है, उतना ही निवेश को लेकर भी गंभीर होने की जरूरत है. लेकिन इन सबके बीच बड़ा सवाल ये होता है कि निवेश कहां करें.?
दरअलस, बेहतर रिटर्न को देखते हुए आज के दौर में वित्तीय सलाहकार निवेशकों को म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह देते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहद आसान है. किसी भी उम्र के लोग म्यूचुअल फंड में SIP कर सकते हैं. लेकिन कम उम्र में निवेश की शुरुआत करने पर लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है. (Photo: Getty)
बैंक खातों पर लगातार घट रहे ब्याज से म्यूचुअल फंड निवेश का एक बेहतर माध्यम बनकर उभरा है. म्यूचुअल फंड में SIP तीन तरीके से शुरू किया जा सकता है. पहला- म्यूचुअल फंड एजेंट के जरिये. दूसरा- ब्रोकर से ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर SIP करें. इसके अलावा तीसरा तरीका है कि म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान में निवेश करें. इसके लिए म्यूचुअल फंड की कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर निवेश करना पड़ता है.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश का एक तरीका है. इसके जरिये निवेश करने पर अच्छा रिटर्न पाना आसान हो जाता है. SIP के जरिए किसी भी डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में निवेश किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में 500 रुपये महीने से निवेश की शुरुआत की जा सकती है. यानी म्यूचुअल फंड में निवेश के कोई बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है.
अगर आपको बड़ा फंड चाहिए तो निवेश को हर महीने जारी रखना पड़ेगा. इसके अलावा आमदनी बढ़ने के साथ निवेश की राशि को भी बढ़ाने की जरूरत होगी. उदाहरण के तौर के अगर कोई 25 साल का युवा 500 रुपये से म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत करता है, तो उसे हर 6 महीने में कम से कम 500 रुपये का निवेश बढ़ाना चाहिए. इस तरह से 5 साल के बाद यानी 30 की उम्र में निवेश की राशि बढ़कर 5000 रुपये महीने हो जाएगी. यह बिल्कुल संभव है, क्योंकि लगभग हर साल नौकरी-पेशा लोगों की सैलरी बढ़ती है. यही नहीं, जब आप शुरुआती दो साल में अपने निवेश से रिटर्न को देखेंगे तो उससे आपका निवेश के प्रति उत्साह बढ़ेगा.
उदाहरण के लिए अगर कोई 30 की उम्र से म्यूचुअल फंड में अगले 30 साल तक हर महीने 5000 रुपये का निवेश करता है, तो उसे 60 साल की उम्र में 1,76,49,569 रुपये मिलेगा. यह आंकलन 5 हजार रुपये महीने के निवेश पर 12% ब्याज हिसाब से लगाया गया है. अगर उसपर 15 फीसदी का ब्याज मिलता है तो फिर कुल रिटर्न 3,50,49,103 रुपये मिलेगा. वहीं अगर ब्याज 10 फीसदी भी मिलता है तो 5 हजार रुपये महीने के निवेश पर 30 साल के बाद कुल 1,13,96,627 रुपये रिटर्न मिलेगा.
हालांकि कुछ म्यूचुअल फंड ने उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं दिए हैं. छोटे निवेशकों के लिए फंड का चुनाव करना सबसे मुश्किल काम होता है, क्योंकि सही फंड का चयन करने के लिए काफी शोध की जरूरत होती है. इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले सभी पहलुओं पर विचार कर लें, किसी वित्तीय जानकार से सलाह जरूर लें. क्योंकि म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन होता है.
म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं और उसका एक बड़ा हिस्सा शेयर बाजारों में निवेश करती हैं. इसके बदले म्यूचुअल फंड निवेशकों से चार्ज लेती हैं. खासकर जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है. म्यूचुअल फंड में आपको चुनने की आजादी होती है.
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