Q: दुनियां की टॉप डिजिटल मुद्रा कौन हैं?
Ans: दुनियां की टॉप 5 डिजिटल मुद्रा में बिटक्वाइन, इथेरियम, पोल्काडॉट, टेथर, लाइटक्वाइन, डॉजक्वाइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं।

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(Top 5) क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमाए | Crypto Currency Se Paise Kaise Kamaye

Crypto Currency Se Paise Kaise Kamaye: क्रिप्टोकरेंसी आज के समय में सबसे ज्यादा चर्चा में बना विषय है, जिसके द्वारा कई लोग रातों – रात करोडपति बन गए तो कई लोगों को नुकसान भी झेलना पड़ा. लेकिन यदि आपके पास सही Strategy और अच्छी स्किल है तो आप क्रिप्टो करेंसी के द्वारा अच्छी कमाई कर सकते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कमाये जा सकते हैं यह तो लगभग सभी लोगों को पता है लेकिन Cryptocurrency से पैसे कैसे कमायें यह बहुत कम लोग ही जानते हैं. क्योंकि अधिकतर लोगों को Crypto Currency से पैसे कमाने की सही प्रोसेस के बारे में जानकारी नहीं रहती है.

यदि आप भी Crypto Currency से पैसे कमाना चाहते हैं तो आप एकदम सही ब्लॉग पर आये हैं क्योंकि आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको Crypto Currency से पैसे कमाने के Genuine तरीकों के बारे में बताने वाले हैं. क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कमाने के लिए आप लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें.

क्रिप्टो करेंसी का इतिहास - History of Cryptocurrency in Hindi

Cryptocurrency जिसे कभी-कभी क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो कहा जाता है। मुद्रा का कोई भी रूप है जो डिजिटल या वस्तुत मौजूद है, और लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करता है। लेन-देन रिकॉर्ड करने और नई units जारी करने के लिए decentralized प्रणाली का उपयोग करने के बजाय, Cryptocurrency के पास केंद्रीय जारी करने या विनियमित करने वाला प्राधिकरण नहीं है।

पहली क्रिप्टोकरेंसी - Bitcoin थी, जिसे 2009 में Satoshi Nakamoto नमक एक ब्यक्ति इस coin को स्थापित किया था, और आज भी bitcoin सबसे प्रसिद्ध है। क्रिप्टो करेंसी में अधिकांश रुचि लाभ के लिए व्यापार करना है, सट्टेबाजों के साथ कभी-कभी कीमतें आसमान छूती हैं।

क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करता है - How Cryptocurrency Works in Hindi

क्रिप्टो करेंसी एक वितरित सार्वजनिक खाता बही पर चलती है जिसे blockchain कहा जाता है, मुद्रा धारकों द्वारा अद्यतन और रखे गए सभी लेनदेन का रिकॉर्ड।

क्रिप्टो करेंसी की units, mining नामक एक प्रक्रिया के माध्यम से बनाई जाती हैं, जिसमें सिक्कों को उत्पन्न करने वाली जटिल गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए कंप्यूटर शक्ति का उपयोग करना शामिल है। उपयोगकर्ता दलालों से मुद्राएं भी खरीद सकते हैं, फिर क्रिप्टोग्राफिक वॉलेट का उपयोग करके उन्हें स्टोर और खर्च कर सकते हैं।

क्रिप्टो करेंसी के कुछ उदाहरण

2009 में स्थापित, बिटकॉइन पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी थी और अभी भी सबसे अधिक कारोबार किया जाता है। मुद्रा Satoshi Nakamoto द्वारा विकसित की गई थी |

2015 में विकसित, एथेरियम एक ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म है जिसकी अपनी क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे ईथर (ETH) या एथेरियम कहा जाता है। यह बिटकॉइन के बाद सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है।

यह मुद्रा बिटकॉइन के समान है लेकिन नए नवाचारों को विकसित करने के लिए, अधिक तेज़ी से आगे बढ़ी है, जिसमें तेज़ भुगतान और अधिक लेनदेन की अनुमति देने की प्रक्रिया शामिल है।

रिपल एक वितरित खाता प्रणाली है जिसे 2012 में स्थापित किया गया था। Ripple का उपयोग विभिन्न प्रकार के लेनदेन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है, न कि केवल क्रिप्टो करेंसी। इसके पीछे कंपनी ने विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ काम किया है।

  • Blockchain Technology क्या है?

कैसे होती है Crypto Currency की चोरी, कैसे रखें खुद को सुरक्षित

कैसे होती है Crypto Currency की चोरी, कैसे रखें खुद को सुरक्षित

एक डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस प्लेटफॉर्म से क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) चोरी करने का मामला सामने आया है. वॉर्महोल (Wormhole) ने बुधवार को ट्वीट किया कि उसके क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है पास से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) के एक वर्जन की 1,20,000 यूनिट का “उपयोग” कर लिया गया है. ये 332 मिलियन डॉलर के क्रिप्टो थे. वॉर्महोल एक ऐसी साइट है जो एक क्रिप्टो नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क को इन्फोर्मेशन ट्रांसफर करने की अनुमति देती है.

सवाल है कि क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है की चोरी आखिर होती कैसे है और आप इस चोरी का शिकार बनने से खुद को कैसे बचा सकते हैं?

क्रिप्टोकरेंसी की चोरी होती कैसे है?

दुनियाभर में खासकर महामारी के दौरान क्रिप्टो की चोरी के मामले बहुत बढ़ें हैं. क्रिप्टो की चोरी दो तरीके से की जा सकती है. एक तो सीधे तौर पर क्रिप्टो चुराए जा सकते हैं इसके अलावा लोगों के साथ कोई ट्रिक करके भी सेंध मारी जा सकती है.

क्रिप्टो में निवेश करने वाले करने वाले ज्यादातर निवेशक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर ट्रेड करते हैं. यहां एक अकाउंट खोलना होता है और उसमें पैसा जमा करना होता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी को "कस्टोडियल वॉलेट" में रखा जाता है. आसान शब्दों में कहें तो निवेशक की ओर से एक्सचेंज ही उन क्रिप्टो को अपने पास जमा करता है.

सीएनबीसी के अनुसार, हाल ही में एक बिटमार्ट नामक एक्सचेंज को हैक कर लिया गया था. तब 4 दिसंबर को एक्सचेंज ने घोषणा की कि उसने "एक बड़े पैमाने पर सुरक्षा उल्लंघन की पहचान की" जिसके परिणामस्वरूप 'हॉट' वॉलेट से 150 मिलियन डालर के क्रिप्टो की चोरी हुई थी.

इन चोरी निवेश खुद को कैसे बचा सकता है?

निवेशक खुद को एक्सचेंज पर हो रही चोरी से खुद को बचा सकते हैं. जैसा कि आपको बताया गया कि आपके क्रिप्टो का वॉलेट एक्सचेंज के पास होता है तो आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी को एक्सचेंज से एक सॉफ्टवेयर वॉलेट में डाल सकते हैं, यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर इंस्टॉल किया गया एक सुरक्षित एप्लिकेशन होता है.

दूसरा उपाय है कि एक्सचेंज से निकाल कर आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी को हार्डवेयर वॉलेट में भी डाल सकते हैं. यह वॉलेट एक हार्डवेयर डिवाइस होगा जो कि इंटरनेट से डिस्कनेक्ट किया जा सकता है. अगर इसे कंप्यूटर और इंटरने से डिसकनेक्ट कर दें तो कोई इसे इंटरनेट के जरिए तो नहीं चुरा पाएगा. लेकिन आपको इस डिवाइस का ख्याल रखना होगा अगर ये चोरी हो क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है गया तो भी आपके क्रिप्टो किसी और के पास पहुंच सकते हैं.

फिलहाल भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कमाए गए प्रॉफिट को टैक्स के दायरे में लाया गया है लेकिन अभी इस पर भारत में कोई कानून नहीं बना है यानी क्रिप्टो से जुड़ा कोई फ्रॉड होता है तो इसको लेकर देश में कोई कानून क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है नहीं. हालांकि सरकार जल्द ही इसपर बिल पेश करने वाली है.

कौन कर सकता है क्रिप्टोकरेंसी का निर्माण? How cryptocurrency works

क्रिप्टोकरेंसी सामान्य तौर पर एक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है या फिर यह भी कहा जा सकता है कि क्रिप्टोकरेंसी अंतराष्ट्रीय मुद्रा का एक विकल्प है. क्रिप्टोकरेंसी का निर्माण कोई भी व्यक्ति, संस्था या संगठन कर सकता है और उसका मूल्य उस व्यक्ति या संस्था की विश्वसनियता पर ही निर्धारित होता है जो बढ़ भी सकता है और समाप्त भी हो सकता है.

जी हां, इसे छापा या ढाला जा सकता है जो किसी क्यूआर कोड या रीडेबल कोड की शक्ल दी जा सकती है जो कई तरह के कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर द्वारा पढ़ा जाता है लेकिन फिलहाल यह शुरू नहीं हुआ है. क्रिप्टोकरेंसी का ज्यादा उपयोग फिलहाल Online सेवाओं और वस्तुओं के भुगतान के तौर पर ही किया जा रहा है.

क्या आप भी क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर सकते हैं? What is Cryptocurrency and how to use it?

जी हां दुनिया का कोई भी व्यक्ति जो वर्चुअल दुनिया में होने वाले लेन—देन से वाकिफ है, इस करेंसी का उपयोग कर सकता है. बिटकॉइन का इतिहास देखते हुए इसे फायदे का सौदा कहा जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग आप दो तरह से कर सकते है. पहला तरीका है कि आप सिक्के को माईन करें या फिर दूसरे तरीके में आप इस करेंसी में निवेश कर सकते हैं. माइन करने के दौरान आप सिक्के का भुगतान करते हैं जबकि निवेश में आप करेंसी को सिर्फ खरीद लेते हैं और दाम बढ़ जाने पर उसे बेच सकते हैं.

किसी क्रिप्टोकरेंसी को खास उसकी स्वीकार्यता बनाती है. कोई भी क्रिप्टोकरेंसी विशेष या स्पेशल बन जाती है जब उसे ज्यादा लोग सेवाओं और वस्तुओं के भुगतान के तौर पर स्वीकार करने लगते हैं और उसका बाजार मूल्य ज्यादा हो जाता है. सभी क्रिप्टोकरेंसीज की अलग—अलग स्वीकार्यता है और इसके उपयोग या निवेश से पहले इसके बारे में जानकारी ले लेना ठीक रहता है.

क्रिप्टोकरेंसी, डिजिटल करेंसी और वर्चुल करेंसी में क्या अंतर है? Difference between Cryptocurrency, Virtual Currency and Digital Currency

जैसा की हमने पहले बताया कि क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल और डिजिटल करेंसी है लेकिन इन तीनों में फिर भी एक मोटा अंतर है जो हम साफ करना चाहते हैं. दरअसल आज के युग में हरेक करेंसी वर्चुअल है, इसे समझने के लिए हम आपके बैंक अकाउंट का ही सहारा लेते हैं जिसमें जमा जांचने के लिए आप अपने कम्प्यूटर में लॉगिन करते हैं और Online अपने पैसों की जांच करते हैं, अगर किसी दिन बैंक की वेबसाइट काम करना बंद कर दे तो आपकी वर्चुअल करेंसी शून्य हो जाती है और आपको फिजिकल करेंसी में भुगतान करना होता है.

डिजिटल करेंसी भी एक तरह की वर्चुअल करेंसी ही लेकिन यह Online उपलब्ध होने के साथ ही आपके हार्ड डिस्क में भी स्टोर की जा सकती है और मान लीजिए कि सेवा प्रदाता की साइट बंद है तो भी आप अपने हार्ड डिस्क् में स्टोर करेंसी से Online भुगतान कर सकते हैं, इस श्रेणी में माइक्रोसॉफ्ट पॉइंट्स, डब्ल्यूआईआई पॉइंट्स, फेसबुक पॉइंट्स और क्रिप्टोकरेंसी को शामिल किया जा सकता है. अब आते हैं क्रिप्टोकरेंसी पर जो वर्चुअल करेंसी भी और डिजिटल करेंसी भी.

आप कहां कर सकते हैं क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग? How to use Crypto currency?

समय के साथ ही क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता भी बढ़ती जा रही है और बई कंपनियां इसे स्वीकार करने लगी है, साथ ही छोटे व्यापारी भी इसे उपयोग में लेने लगे हैं. बिटकॉइन तो क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है अब कई रेस्टोरेंट्स, होटल और संगठनों द्वारा स्वीकार किया जाने लगा है, इसलिए इसका मूल्य दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है.

अंतराष्ट्रीय लेन देन के दौरान स्थानीय करेंसी को एक्सचेंज करने में लोगों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, साथ ही नये टैक्स और एक्सचेंज रूल्स से भी खुद को अपडेट करना पड़ता है, इन सारी झंझटों से बचने के लिए लोग अब क्रिप्टाकरेंसी की तरफ देखने लगे हैं, जिसको उपयोग करना न सिर्फ आसान है बल्कि सु​रक्षित भी है.

cryptocurrency का मतलब क्या है?

Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना है। इसमें पहला Crypto और दूसरा शब्द currency है। Crypto एक लैटिन भाषा का शब्द है क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है जो की cryptography से बना है और जिसका हिंदी अर्थ होता है छुपा हुआ। Currency शब्द भी लैटिन भाषा के currentia से ईजाद हुआ है और इसे रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तो क्रिप्टोकरेंसी का पूरा मतलब हुआ छुपा हुआ पैसा या गुप्त पैसा जिसे हम डिजिटल रुपया भी कह सकते है।

किसने बनाई cryptocurrency?

एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को 2009 में सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने शुरू किया था। लेकिन इससे पहले भी कई देशों और कई बड़े निवेशकों ने डिजिटल मुद्रा के क्षेत्र में पहले भी काम किया था। आपको बता दें कि यूएस ने 1996 में मुख्य इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया था। यह ऐसा गोल्ड था जिसे रखा नहीं जा सकता था लेकिन इससे दूसरी चीजें खरीदी जा सकती थीं। इसे 2008 में बैन कर दिया गया। सन 2000 में नीदरलैंड ने पेट्रोल भरने के लिए कैश को स्मार्ट कार्ड से जोड़ा था।

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