वर्तमान में करीब 24 फीसदी है ई-कॉमर्स व्यापार
इस मौके पर कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि कोविड-19 और लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन व्यापार में बड़ी वृद्धि हुई है। कोविड से पहले भारत में ई-कामर्स व्यवसाय लगभग 7 फीसदी था, जो वर्तमान में लगभग ईजीमार्केटस 24 फीसदी हो गया है। शहरी क्षेत्रों में 42 फीसदी इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले अब ई-कॉमर्स के माध्यम से अपनी खरीदारी कर रहे हैं। हालांकि, भारत में व्यापारियों की दुकाने भारतीय अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेंगी, जिन्हे कोई मिटा नहीं नहीं सकता। उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स व्यापार का आधुनिक और नया तरीका है, जिसे देश के व्यापारियों द्वारा एक अतिरिक्त व्यापार के रूप में अपनाया जाना भी आवश्यक बन गया है।
ईजीमार्केटस
CAIT ने ई-कॉमर्स पोर्टल भारत ई मार्केट का लोगो किया लॉन्च
नई दिल्ली। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने बहु प्रतीक्षित और बहुआयामी ई-कॉमर्स पोर्टल ‘भारत ई मार्किट’ का लोगो (प्रतीक चिह्न) को लॉन्च कर दिया है। कैट ने इसे लॉन्च करते हुए कहा कि यह पोर्टल व्यापारियों द्वारा भारत और भारत के व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए बनाया गया है। कारोबारी संगठन ने कहा कि ये पोटर्ल ई-कामर्स व्यापार में देश के व्यापारियों को विदेशी ई-कामर्स कंपनियों के चंगुल से आजाद करने का पहला कदम है।
NARENDRA MODI के सरकारी ई-मार्केट पोर्टल मेें घोटाला, 465 रुपए की कुर्सी 17,532 में
भोपाल। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी खरीदी में होने वाले घोटालों को रोकने के लिए Government e-Market बनवाया था। नाम है GeM, कहा गया था कि देश भर के सभी सरकारी विभागों को न्यूनतम दरों पर सामग्री उपलब्ध होगी और इस तरह विभागीय खरीदी में होने वाले घोटालों को रोका जा सकेगा परंतु यहां तो और भी बड़ा घोटाला शुरू हो गया। अब तक 500 रुपए की कुर्सी 1750 रुपए में खरीदी जाती थी परंतु सरकारी ई-मार्केट पोर्टल पर तो यह 17532 रुपए में खरीदी बेची जा रही है।
इस घोटाले का खुलासा देवास के पत्रकार संजय दुबे ने किया है। संजय की रिपोर्ट के अनुसार दूर संचार विभाग ने भी 465 रुपए कीमत की कुर्सी 17,532 रुपए में खरीदी। विभाग ने 6 कुर्सियां कुल 1 लाख 3 हजार रुपए में खरीदी हैं। शुरुआत में दूर संचार विभाग ने प्रत्येक कुर्सी की खरीदी के लिए 1 हजार रुपए कीमत निर्धारित की थी, लेकिन GeM से रिवर्स रेट प्रति कुर्सी 17,532 रुपए आई और खरीदी कर ली गई। हालांकि दूर संचार विभाग में संयुक्त सचिव संजय सिंह का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन इसका पता करवाएंगे।
डिजिटल वॉलेट से उपभोक्ता ने की खरीदारी
मोबाइल में डिजिटल वॉलेट से उपभोक्ता वस्तुओं की खरीदारी में 40 प्रतिशत ने क्रेडिट कार्ड और 15 प्रतिशत ने डेबिट कार्ड को प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही ऑन लाइन पेमेंट में 2024 तक 47 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है। इसके अलावा अभी खरीदो भुगतान बाद में जैसी स्कीमों का भी मार्केट पर असर पड़ा है। हालांकि अभी यह बाजार तीन फीसदी का है जिसके 2024 तक बढ़कर नौ फीसदी हो जाने का अनुमान है।
इस मार्केट की ग्रोथ देखते हुए ऐसा लगता है कि ई मार्केट अब पारंपरिक वेबसाइटों तक सीमित नहीं है बल्कि खुदरा व्यवसाय भी इसमें शामिल हो गया है। इसे इस तरह भी देखा जा सकता है कि बाजार अब उपभोक्ता की मुट्ठी में है। उसे न तो बाजार जाना है न भीड़ भाड़ में अफरातफरी के बीच अपने उपयोग की वस्तु तलाशनी है। वह किसी भी तनाव से मुक्त होकर सीधे अपनी जरूरत की वस्तु का चयन करता है उसके बारे में सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रियाओं से गाइड होता है। जो लोग डिजिटल भुगतान की क्षमता रखते हैं वह तेजी से खुदरा और ई मार्केट को कैप्चर कर सकते हैं।
निजी संस्था को आउटसोर्स करने पर विचार
डिजिटल मार्केट की ग्रोथ को देखते हुए ही एमएसएमई मंत्रालय अब भारतीय एमएसएमई उत्पादों को ऑनलाइन बेचने को बेताब हो गया है। पहले वह अलीबाबा ईजीमार्केटस और अमेज़न की तर्ज पर ई-कॉमर्स पोर्टल भारत क्राफ्ट लाना चाहता था लेकिन अब एक निजी संस्था को आउटसोर्स करने पर विचार कर रहा है।
सोमवार को मुंबई में एसएमई बॉडी इंडिया एसएमई फोरम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "हमने सरकार के साथ कई दौर की बैठकें कीं, साथ ही सरकार ने ई -मार्केट (जीईएम) के साथ कई दौर की बैठकें कीं, लेकिन अब पोर्टल को निजी हाथों से संचालित करने की तैयारी है। पोर्टल जितना बेहतर प्रदर्शन करेगा, उतना ही बेहतर कमीशन मिलेगा।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) भा आज एक ऐप लॉन्च करने जा रहा है ताकि वह ईजीमार्केटस अपने ई-कॉमर्स पोर्टल भारत मार्केट के लिए छोटे व्यापारियों को अवसर दे सके। सीएआरआईटी ने कहा है कि भारत मार्केट व्यापारियों और व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए शुद्ध रूप से सबसे आधुनिक डिजिटल तकनीक के साथ भौतिक ऑफ़लाइन खुदरा व्यापार का सबसे अच्छा संयोजन है।
ऑन लाइन खरीदारी का बाजार ग्रोथ कर रहा है
ऑन लाइन खरीदारी का बाजार किस तरह ग्रोथ कर रहा है इसका एक नमूना पिछले दिनों देखने को मिला जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों को खरीदने के लिए ट्राइब्स इंडिया पोर्टल को चुना तो इसके बाद पोर्टल ने 30,000 से अधिक दैनिक ग्राहकों की वृद्धि ईजीमार्केटस दर्ज की पोर्टल को लगभग 1.50 लाख रुपये के ऑर्डर मिले।
इसी तरह एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 2021-22 में सार्वजनिक खरीद पोर्टल GeM से 1 लाख करोड़ रुपये की वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की उम्मीद है। सरकार ने यह ई-मार्केट (GeM) पोर्टल अगस्त 2016 में ईजीमार्केटस ऑनलाइन खरीद के लिए शुरू किया था। GeM के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तलीन कुमार ने कहा कि 2020-21 में ऑर्डर मूल्य 37,000 करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष में 22,896 करोड़ रुपये था। मार्च 2021 तक रेल मंत्रालय के ऑनबोर्डिंग के साथ, GeM अगले वित्त वर्ष के एक लाख करोड़ रुपये के ऑर्डर मूल्य की ओर अग्रसर है।
लॉन्च किया गया भारत ई मार्केट (Bharat E Market) मोबाइल ऐप, विदेशी कंपनियों को देगा कड़ी टक्कर
नई दिल्ली, 13 मार्चः कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन भारत ई मार्केट को शिवरात्रि के दिन लॉन्च कर दिया था। अब ऑनलाइन शोपिंग करने के लिए ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और फ्लीपकार्ड के भरोसे नहीं रहना होगा। करीब 8 करोड़ व्यापारियों के संगठन ने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन भारत ई मार्केट को दिल्ली में लॉन्च किया ईजीमार्केटस है। यह पूरी तरह से देशी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है।
इस संगठन का कहना है कि भारत ई मार्केट पूरी तरह से आधुनिक टेक्नोलॉजी, सशक्त डिलीवरी, इनोवेटिव मार्केटिंग, सक्षम डिजिटल पेमेंट सहित पारदर्शी एवं जिम्मेदार व्यापारिक व्यवस्था के आधार पर निर्मित किया गया है। यह भारत ही नहीं बल्कि विश्व के किसी भी ई कॉमर्स पोर्टल के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा।
Sula Vineyards इसी महीने मार्केट में उतारेगी अपना IPO
Paytm IPO : जब-जब कंपनियों को कारोबार का विस्तार करने या किसी अन्य कारण के लिए पूंजी जुटाने की आवश्यकता होती है। तब-तब कंपनियां अपना IPO (Initial Public Offering) लेकर मार्केट में उतरती हैं। जिससे उन कंपनियों को पूंजी जुटाने में निवेशकों का साथ मिल जाता है। जब कंपनियां लिस्ट हो जाती हैं तब निवेशकों को काफी मुनाफा होता है। हाल ही में कई कंपनियों ने अपने IPO लॉन्च किए हैं। साथ ही में आने वाले समय में लॉन्च करने की जानकारी भी दी है। वहीँ, अब वाइन बनाने वाली कंपनी सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) ने भी अपना IPO लॉन्च करने की जानकारी दी है।
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